उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में तैनात अधीक्षण अभियंता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विभाग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन के दौरान अधीक्षण अभियंता मुरादाबाद मुख्य अभियंता कार्यालय में संबद्ध रहेंगे। अधीक्षण अभियंता का तुगलकी फरमान सोशल मीडिया के माध्यम से प्रकाश में आने के बाद पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ने कार्यवाही की है।
SDO की फिसल गई जुबान निलंबित, कहा कि बिजली बकायेदारों के घरों में लगा दो आग pic.twitter.com/9ZEIuyQGwi
बता दे कि पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड उत्तर प्रदेश के अंतर्गत सहारनपुर जनपद के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर- 2 इंजीनियर धीरज जायसवाल ने वर्चुअल कांफ्रेंस के दौरान बकायेदार उपभोक्ताओं के बिजली बिल न जमा करने पर उनके घर में आग लगाने का निर्देश दे दिया। दरअसल वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के दौरान अधीक्षण अभियंता विद्युत बिल वसूली को लेकर अधीनस्थ कर्मियों से बात कर रहे थे, इस दौरान कर्मियों के द्वारा बताया गया कि 5 6 बकायेदारों का मीटर उखाड़ कर रखे हैं, उनका पीडी बनाना है। तब अभियंता में कहा कि यह क्या होता है, अधीनस्थ कर्मी ने जानकारी देते हुए अभियंता को बताया कि कुछ लोग कामकाज के सिलसिले में बाहर रहते हैं। लोग घरों में नहीं रहते हैं, तब अधीक्षण अभियंता ने अधीनस्थ कर्मी को निर्देश दिया कि घरों में आग लगा दो। जिसका वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया।
विभाग की हुई किरकिरी: वीडियो इंटरनेट पर आने के बाद विभाग की जमकर खिंचाई होने लगी कि उच्च पद पर बैठे अधिकारी लोगों के घरों में आग लगाने के लिए अधीनस्थ को निर्देशित कर रहे हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए विभाग ने कड़ी कार्रवाई की है।
निलंबित:मामले में प्रबन्ध निदेशक, पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि० ने अधीक्षण अभियन्ता धीरज कुमार जायसवाल को निलंबित करते हुए कहा कि अधीक्षण अभियंता ने अपने इस कृत्य से विभाग के छवि को धूमिल किया है। निगम हित एवं शासन की मंशा के अनुरूप कार्य न करते हुए अपने दायित्वों के प्रति लापरवाही बरतने के दोषी पाये गये है। ऐसे में अधीक्षक अभियंता विद्युत वितरण मण्डल-द्वितीय, सहारनपुर के विरुद्ध प्रथम दृष्टया कठोर कार्यवाही का प्रकरण बनता है।
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