उत्तर प्रदेश की एसटीएफ ने सुल्तानपुर में साले को गोली मारकर हत्या करने वाले जीजा को गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ टीम ने आरोपी जीजा के पास से लाइसेंसी गन और मैगजीन बरामद किया है। रमेश अपनी मां के साथ बहन के घर पर पहुंचा था, जहां जीजा संतोष ने लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर हत्या कर दी थी।
बता दे कि गुरुवार के रात सुल्तानपुर जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत शास्त्री नगर के कटहल वाली बाग में जिले के बल्दीराय थाना क्षेत्र के नरसड़ा लंगड़ी गांव के रहने वाले 42 वर्षीय रमेश चंद्र अग्रहरी को देर रात में रमेश चंद्र अग्रहरि के जीजा संतोष अग्रहरि ने गोली मारकर हत्या दी थी, जिसे तत्काल राजकीय अस्पताल पहुंचाया गया था जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था। मामले में आरोपी जीजा संतोष अग्रहरि को यूपी एसटीएफ ने नगर कोतवाली क्षेत्र के लोहरा मऊ रोड स्थित अंकित पेट्रोल पंप के पास से कस्टडी में ले लिया है।
कैसे हुई थी वारदात: 28 नवंबर की रात नरसड़ा गांव की रहने वाली लखपति देवी अपने 42 वर्षीय बेटे रमेश चंद्र अग्रहरि के साथ सुल्तानपुर शहर में आयोजित शादी समारोह में शामिल होने के लिए नगर क्षेत्र के महुअरिया धर्मशाला पहुंची थी। जहां से नगर क्षेत्र में किराए के मकान में रहने वाले दामाद संतोष कुमार अग्रहरि और बेटी सीमा अग्रहरि से मुलाकात करने के लिए शास्त्री नगर स्थित कटहल वाली बाग पहुंची थी। जहां रमेश और रमेश की मां के पहुंचने पर संतोष ने नाराजगी जताई थी। इस बात को लेकर संतोष ने पत्नी सीमा से अमर्यादित व्यवहार भी किया था।
सीने में मार दी थी गोली: बहन से दुर्व्यवहार होने के कारण रमेश ने आपत्ति जताई थी, जिससे जीजा और साले में विवाद बढ़ता ही चला गया था। जो देखते ही देखते इतना बढ़ गया कि संतोष ने गुस्से में आकर रमेश के सीने में बाईं तरफ अपनी लाइसेंसी पिस्टल से गोली मार दी। वारदात को अंजाम देने के बाद संतोष अग्रहरि मौके से भाग निकला था।
मां ने दर्ज कराया मुकदमा: वारदात के बाद दामाद के खिलाफ मृतक की मां लखपति ने हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें कहा था कि उसके दामाद संतोष कुमार ने अपनी मां, अपने भाई अपनी प्रेमिका के सानिध्य में बेटे रमेश को गोली मारकर हत्या कर दी है। आरोप लगाते हुए यह भी कहा था कि दामाद, दामाद की प्रेमिका, दामाद की मां और भाई, बेटी सीमा को मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते थे।
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