उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में तैनात उप निरीक्षक अंकित पांडे ने नई-नई वर्दी को दागदार कर दिया। नौकरी शुरू हुए महज चंद दिन हुए थे, कुछ ही दिनों की नौकरी के बाद ज्यादा से ज्यादा रुपए कमाने का सपना देखने लगी। एंटी करप्शन टीम ने 10 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक गोरखपुर जिले के पिपराइच थाना में तैनात सब इंस्पेक्टर अंकिता पांडे को एंटी करप्शन टीम ने दस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। मामले में टीम ने उप निरीक्षक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया है।
नई-नई नौकरी: प्राप्त जानकारी के मुताबिक उप निरीक्षक अंकिता पांडे वर्ष 2023 के 12 मार्च को एसआई के पद पर तैनात हुई हैं। इस लिहाज से अभी उन्हें नौकरी करते हुए 2 वर्ष पूरे भी नहीं हुए थे, अंकिता को अत्यधिक रुपए कमाने का जुनून सवार हो गया।
विवेचना में नाम निकालने के लिए मांगे रूपए: प्राप्त जानकारी के मुताबिक पिपराइच पुलिस में लगभग 2 महीने पहले बच्चो की बात को लेकर हुए मारपीट का एक मुकदमा दर्ज हुआ था, जिस मुकदमे में दो लड़कियों का नाम भी शामिल था। जिसकी विवेचना उप निरीक्षक अंकिता कुमारी पांडे के द्वारा किया जा रहा था। मुकदमे में आरोपी दोनों लड़कियों का नाम निकालने के एवज में महिला उप निरीक्षक अंकिता पांडेय ने दस हजार रुपए की मांग की थी।
रंगे हाथों गिरफ्तार:मामले में शिकायतकर्ता के सूचना पर भ्रष्टाचार निवारण संगठन उत्तर प्रदेश के गोरखपुर इकाई ने महिला उप निरीक्षक अंकिता पांडे को दस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए बेला कांटा बाजार पुलिस बूथ से रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
मुकदमा दर्ज: मामले में भ्रष्टाचार निवारण संगठन प्रभारी ने बताया कि महिला उप निरीक्षक को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है, उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है। उन्होंने बताया कि भ्रष्टाचार निवारण संगठन रिश्वत लेने वाले अधिकारियों कर्मचारियों के गिरफ्तारी के लिए प्रतिबद्ध है, शिकायतकर्ता कभी भी मोबाइल नंबर पर 9454402484 फोन करके सूचना दे सकता है।
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