उत्तर प्रदेश के रायबरेली पुलिस पर अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगा है। बिना परमिशन के नौटंकी का आयोजन करने पर पुलिस ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि को पुलिस स्टेशन पर थर्ड डिग्री देते हुए थूक चटवाने का आरोप है। अपर पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले की जांच जारी है।
बताया जाता है कि नसीराबाद थाना कसगेटर के कपूरपुर गांव में बिना परमिशन के नौटंकी का आयोजन किया गया था। जिससे नाराज होकर स्थानीय पुलिस ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सहित पांच लोगों को थाने ले आई। जहां बिना परमिशन के नौटंकी करवाने के कारण थर्ड डिग्री देते हुए दुबारा बिना परमिशन के नौटंकी ना करवाने की बात को लेकर थूक चटवाया है। हालाकि पुलिस का कहना है कि आयोजित नौटंकी में प्रधान प्रतिनिधि आदि शराब के नशे में लोगों से अभद्रता कर रहे थे, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी, जिससे क्षुब्द होकर पुलिस पर आरोप लगाया जा रहा है।
ग्राम प्रधान संघ ने जताई नाराजगी:प्रधान प्रतिनिधि से ज्यादती की जानकारी मिलमें पर राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संघ ने नाराजगी व्यक्त करते हुए थाना अध्यक्ष के खिलाफ ब्लॉक मुख्यालय पर एकजुट होकर नारेबाजी की है।
प्रधान प्रतिनिधि का आरोप:ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सुशील शर्मा पुत्र सोमनाथ का आरोप है कि 29 अक्टूबर को मेले का आयोजन हुआ था। रात में नौटंकी का प्रोग्राम था। इस दौरान लगभग 11:00 बजे तो बच्चे कुर्सी से लिए लड़ाई कर लिए, मामले में डायल 112 पुलिस को सूचना दी गई, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सबको समझा बुझा दिया। आधा घंटा बाद थाना प्रभारी, वरिष्ठ उप निरीक्षक और उप निरीक्षक के साथ मौके पर आए। परमिशन को लेकर पूछताछ किए, परमिशन नहीं होने के कारण थाने पर बुला ले गए। जिसके बाद उन्होंने पब्लिक पर लाठियां भाजी, पांच लोग नरसिंह, अमेठी जिले के रहने वाले प्रधान तेज भान, संग्राम और रज्जब थाने पर पहुंचे, जहां पुलिस वालों ने मारा पीटा। थानाध्यक्ष ने कहा कि थूको और चाटो, रात लगभग 2:00 बजे के आसपास नसीराबाद थानाध्यक्ष ने दो लाख रुपए की मांग की, कहा कि रुपए दो तब छोड़ेंगे, थानाध्यक्ष कहा कि थूक कर चाटो कहो कि ऐसी गलती दोबारा नहीं करेंगे बिना परमिशन के नौटंकी नहीं कराएंगे।
क्या कहती है पुलिस:वही इस बाबत रायबरेली पुलिस का कहना है कि ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने बिना वैधानिक अनुमति के नौटंकी समारोह का आयोजन किया था। जहां ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अपने साथियों के साथ मिलकर शराब के नशे में आम जनता से अभद्र व्यवहार कर रहे थे, अराजकता करने की सूचना गांव वासियों ने डायल 112 को उपलब्ध कराई थी। मौके पर पहुंची पीआरवी के समझाने पर वह लोग नहीं माने और अभद्र व्यवहार करने लगे। सूचना मिलने के बाद प्रभारी निरीक्षक नसीराबाद पुलिस बल के साथ मौके पर गए तो प्रधान प्रतिनिधि ने उनकी भी नहीं सुनी। ज्यादा अभद्रता करने लगे, जिससे शान्ति व्यवस्था भंग होने की प्रबल संभावना हो गई थी। इसलिए प्रधान प्रतिनिधि सहित 5 लोगों को हिरासत में लेकर बीएनएसएस की धारा 170/135/126 के कार्यवाही करते हुए मेडिकल के उपरांत चालाक किया गया है। उनके द्वारा लगाए गए अन्य आरोपों की जांच अपर पुलिस अधीक्षक के द्वारा की जा रही है।
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