उत्तर प्रदेश के संभल जिले में मस्जिद का सर्वे करने गई टीम पर अराजक तत्वों ने पथराव कर दिया। न्यायालय के आदेश पर शाही मस्जिद का सर्वे चल रहा था। टीम के पहुंचते ही अराजक तत्वों ने पथराव कर दिया, जिससे तनाव का माहौल पैदा हो गया। हालांकि पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया है।
संभल में मस्जिद का सर्वे करने गई पुलिस टीम पर पथराव pic.twitter.com/8jZjt86bLd
बता दे कि स्थानीय न्यायालय के सर्वे आदेश में कहा गया था कि एक पक्ष ने उक्त स्थान पर हरिहर मंदिर होने का दावा किया है, इसलिए कोर्ट कमिश्नर नियुक्त करके सर्वे कराया जाए। रविवार के सुबह 7:30 बजे दूसरी बार सर्वे करने के लिए सर्वे टीम मस्जिद पर पहुंची थी, तब वहां पर तनाव फैल गया। पुलिस ने जब तक मोर्चा संभाला तब तक कुछ अराजक तत्वों ने पथराव कर दिया।
बताया जाता है कि संभल के शाही मस्जिद के सर्वे का विरोध करते हुए प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया है। इसके बाद मौके पर भारी मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस छोड़े। भारी सुरक्षा के बीच दोनों पक्षों के मौजूदगी में सर्वे कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। उधर पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है।
संभल जिले की अदालत के आदेश पर बीते मंगलवार को जामा मस्जिद का सर्वेक्षण कार्य किया गया था। रविवार को जब फिर से सर्वे टीम मस्जिद पर पहुंची तो अराजक तत्वों ने हमला कर दिया। इस दौरान अराजक तत्वों ने पुलिस टीम पर पत्थरबाजी की। पुलिस और भीड़ के बीच जमकर धक्का मुक्की हुई। बताया जाता है कि सुबह जब सर्वे टीम पहुंची तो लगभग कुछ देर तक सामान्य ढंग से सर्वे का कार्य होता रहा, इसी बीच अचानक भीड़ आ गई और अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया। मामले में पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई और जिलाधिकारी डॉक्टर राजेंद्र पेंसिया ने मोर्चा संभाल लिया। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के पहुंचते ही आक्रोशित लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान जामा मस्जिद के अंदर से भीड़ को हटने के लिए बार-बार ऐलान किया गया, लेकिन भीड़ ने एक न सुनी।
बोले एसपी: मामले में पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने कहा कि थाना कोतवाली संभल क्षेत्र के जामा मस्जिद का न्यायालय के आदेश पर सर्वे कराया जा रहा था। वर्तमान में न्यायालय के आदेश पर जामा मस्जिद के अंदर सर्वे का कार्य चल रहा है। भीड़ के कुछ लोग कई गलियों से अचानक निकल कर आए, उन्होंने 10 15 सेकंड तक पुलिस पर पथराव किया। इसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया है। पुलिस ने भीड़ को वापस खदेड़ दिया है, वर्तमान में धारा 163, जिसे पहले धारा 144 के नाम से जाना जाता था लागू किया गया है। कानून को अपने हाथ में लेने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिन लोगों को मुचलके में पाबंद किया गया था, उनके खिलाफ ही कार्रवाई की जाएगी। जिन लोगों के द्वारा भीड़ उकसाई गई है, सीसीटीवी कैमरे निकालकर उनको चिन्हित किया जाएगा। उनके खिलाफ ऐसी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी की जिंदगी भर याद रखेंगे, अराजक तत्वों को भगाने के लिए आंसू गैस छोड़े गए हैं। सर्वे टीम के द्वारा सर्वे का कार्य जारी है।
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