खमरिया-खीरी:जनपद के धौरहरा ब्लॉक में हैंडपम्प रिबोर में हुए बंदरबांट के खुलासे की चर्चा अभी थमी नही थी कि जिला अधिकारी के आदेश पर ईसानगर के 21 गांवों में रिबोर व मरम्मत के नाम पर बड़े पैमाने पर निकाले गये धन की जांच शुरू हो गई। जिसको देख ग्राम प्रधान,ग्राम विकास अधिकारी, ठेकेदार, सामग्री की फर्म चलाने वालों के साथ सम्बंधित जेई में अफ़रातफ़री का माहौल बना हुआ है। वही लोग यह क़यास लगा रहे है कि अगर सही से जांच हुई तो बड़े बड़े सफेदपोशों के चेहरे से इसी जांच में नक़ाब उठ जाएगा।
ईसानगर ब्लॉक में हैंड पम्प रिबोर व मरम्मत के नाम शासकीय धन का दुरुपयोग करने की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी व डीएम के द्वारा 21 गांवो ने नामों की सूची जारी कर वर्ष 2023-24 व 2024-25 में इंडिया मार्का हैंडपम्पों की मरम्मत व रिबोर कराने के नाम पर पांच लाख रुपये से अधिक धनराशि निकालने वाली ग्राम पंचायत विरसिंहपुर,मूड़ी, रायपुर, बरारी, चर्चित गांव चंद्रासा खुर्द, मिलिक, गौढ़ी, लौकाही मल्लापुर, धूंधाकला, जेठरा, सिंगावर, लौकाही ईसानगर, समर्दाहरी, ओझापुरवा, कैरातीपुरवा, चंद्रासाकला, सधुआपुर, अचरौरा, रूद्रपुर, मुखलिशपुर व मितौला की जांच परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास,जिला समाज कल्याण अधिकारी, आयुक्त श्रम रोजगार समेत अन्य अधिकारियों को सौंप दी। जिनके द्वारा जांच शुरू किए जाने को देख ग्राम विकास अधिकारी, ठेकेदार, सम्बंधित जेई समेत प्रधानों में अफ़रातफ़री मची हुई है। बताया यह भी जा रहा है कि शुरू हुई जांच को लेकर अधिकांश ज़िम्मेदार अपने बचाव के लिए कुछ नेताओं की चौखट पर दस्तक देने लगे है। वही जिला मुख्यालय से शुरू करवाई गई जांच को देख इन गांवों के लोगो मे खुशी का माहौल व्याप्त है। कुछ लोगो ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अगर अच्छे से जांच हुई तो अच्छे अच्छे सफेदपोशों के चेहरों से इसी जांच में नकाब उठ जाएगा।
रिबोर के नाम पर नलों में नही डाली गई मानक के अनुसार पाइपें:हैंडपम्पों की जांच शुरू होते ही पूरे ईसानगर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। इन चर्चाओं के बीच लोगो का कहना यह भी है कि इन्ही 21 गांवो की बात तो दूर बचे अधिकांश अन्य गांवो में रिबोर के नाम पर केवल खानापूर्ति कर दी गई है। जब नलो के अंदर मानक के अनुसार पाइप समेत अन्य सामग्री ही नही लगाई गई है तो उसमें शुद्ध पानी कैसे निकलेगा। कुछ लोगो का कहना तो यह भी है कि डीएम साहिबा अगर टीम भेजकर हर एक गांव के पांच नलों को खुलवाकर जांच करवा दे तो रिबोर व मरम्मत के नाम पर किस हद तक गोलमाल हुआ है यह सभी के सामने आ जायेगा।
लखीमपुर से कमलेश की रिपोर्ट
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