दुल्हन बनने से 3 दिन पहले मामा ने भांजी को गोली मारकर उसके शव कार में डाल दिया। सुबह कार में शव मिलने पर मामा की चर्चा आम हो गई। ग्रामीणों की सूचना पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। वही भांजी की हत्या के बाद मामा के परिवार वाले घर छोड़कर भाग निकले। घर पर सिर्फ महिलाएं मौजूद रही।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के खतौली थाना क्षेत्र अंतर्गत रसूलपुर गांव में रहने वाले मामा के घर भांजी हिमांशी की गोली मारकर हत्या करके गांव के बाहर कार में उसका शव रख दिया गया। हिमांशी ने एक युवक से कोर्ट मैरिज कर रखा था, 12 नवंबर को वह शादी की रस्म अदा करने वाली थी। लेकिन उसके निर्दई मामा ने उसकी हत्या कर दी।
पिता की हो चुकी मृत्यु: बताया जाता है कि हिमांशी के बचपन में लगभग 10 वर्ष पूर्व उसके पिता अनिल चौधरी का निधन हो गया था।पति की मौत के बाद हिमांशी की मां कविता मायके में रहने लगी थी। पिता की संपत्ति से 30 बीघा जमीन बेटी हिमांशी के नाम थी। हिमांशी अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी।
रुपए को लेकर विवाद: डेढ़ वर्ष पहले हिमांशी और कविता ने 22 बीघा जमीन बेच दी थी। जमीन बेचने पर मिलने वाली रकम को मामा भरत वीर के घर में रख दिया था। कविता ने खतौली के दयालपुरम में एक मकान बनाया था, जिसके बाद मां बेटी खतौली, मोहम्मदपुर शाकिस्त तो कभी मामा के घर रसूलपुर रहती थी। बताया जाता है कि मामा के घर पर रखे हुए रुपए को वापस मांगने के कारण विवाद हुआ, इसी कारण से हिमांशी की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
12 सितंबर को होना था विवाह: हिमांशी ने कानूनन डेढ़ वर्ष पहले साथ में पढ़ने वाले विनीत से कोर्ट मैरिज कर लिया था। लेकिन रीति रिवाजों का पालन करने के लिए दोनों ने 12 नवंबर को विवाह करने का फैसला किया था। विनीत और हिमांशी ने गाजियाबाद में विवाह करने का निर्णय किया था। शुक्रवार को उसे गाजियाबाद निकलना था लेकिन रात में ही उसकी हत्या हो गई।
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