उत्तर प्रदेश के कानपुर में दीपावली के रात दर्दनाक हादसे में पति-पत्नी और नौकरानी की आग के धुएं से दम घुटकर मौत हो गई। दीपावली पर रोशनी करने के लिए जलाए गए दिए ने पति पत्नी और नौकरी की जिंदगी छीन ली।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक दीपावली की रात सोते समय दिए कि आग से व्यावसाई पति पत्नी सहित तीन लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। अंदर ही अंदर घर में आग पनपती रही, आग के विकराल रूप लेने के बाद खबर हुई, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
मंदिर में रखे दिए से लगी आग:काकादेव इलाके में रहने वाले बिस्किट कारोबारी संजय श्याम दासानी के घर में दिए की आग ने देर रात्रि में रौंद्र रूप धारण कर लिया। बताया जाता है दिवाली के रात जलाए गए दिए बुझ गए थे, लेकिन मंदिर पर रखा हुआ दिया ज्यादा तेल होने के कारण से देर रात तक जलता रहा। मंदिर लकड़ी की बनी हुई थी, ऐसी स्थिति में दिए की रोशनी तेज होने पर आग ने मंदिर को पहले अपने आगोश में लिया। जिसके बाद पूरा घर धूं धूं कर जलने लगा।
सोते समय हुई घटना: दीपावली का उत्सव मनाने के बाद पति पत्नी सो गए थे, रात में अचानक मंदिर पर जल रहे दिए से आग लगी तो विकराल रुप होने के बाद जानकारी हुई। आग ने इतना विकराल रूप धारण कर लिया था कि बेडरूम से बाहर निकल पाना मुश्किल हो गया। दम घुटने से तीनों की मौत हो गई ।
ऑटोमेटिक सेंसिटिव दरवाजा: अनुमान लगाया जाता है कि आग की जानकारी पति पत्नी को हुई होगी तो उन्होंने बाहर निकलने कोशिश की होगी, लेकिन बंगले के दरवाजे आटोमेटिक सेंसर युक्त होने के कारण आग के ताप से फेल हो गए होंगे। दरअसल यह दरवाजे अंगूठे के निशान से खुलते थे। अब कारोबारी के परिवार में सिर्फ उनका एक लड़का बचा है।
कानपुर के बड़े कारोबारी थे संजय श्याम दासानी: संजय श्याम के बारे में बताया जाता है कि वह कानपुर में parle-g बिस्किट की फ्रेंचाइजी लिए हुए थे। कानपुर के दादा नगर इंडस्ट्रियल एरिया में उनकी अपनी फैक्ट्रियां भी है। उनके फैक्ट्रियों में भी बिस्कुट से संबंधित उत्पाद बनाए जाते हैं।
फायर ब्रिगेड ने आग पर पाया काबू: आग लगने की जानकारी मिलते ही अग्नि शमन दल मोके पर पहुंच गया। आग पर काबू पाने के बाद पति संजय श्याम दासानी, पत्नी कनिका दासानी और नौकरानी छबि चौहान को तत्काल बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
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