देवर भाभी कमरे में मस्ती कर रहे थे इसी दौरान अचानक पति घर में पहुंच गया, जिससे हंगामा होने लगा। मामला जग जाहिर ना हो इसलिए भाई ने भाभी के साथ मिलकर भाई की हत्या कर दी। उसके शव को बोरे में भरकर तालाब में फेंक दिया था। मामले के बाद से देवर भाभी फरार चल रहे थे। 6 माह बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दे कि 24 अप्रैल को कानपुर नगर के विधनू थाना अंतर्गत खेरसा गांव में रहने वाले दिनेश अवस्थी पुत्र स्व. रामचन्द्र अवस्थी की हत्या करके सगा भाई मनोज और पत्नी पूनम मौके से भाग निकले थे। तब से पुलिस दोनों के तलाश में लगी हुई थी, लेकिन दोनों की सुराग नहीं लग रहा था।
पति से शादी देवर से प्यार: बताया जाता है कि 1 साल पहले पूनम ने दिनेश से प्रेम विवाह किया था, जब वह दुल्हन बनकर दिनेश के घर पहुंची तब धीरे-धीरे करके उसका दिल देवर मनोज पर आ गया। इसके बाद वह दिनेश से दुल्हन की औपचारिकताएं निभाती रही, वही मनोज से प्यार करती रही। दिनेश के गैर मौजूदगी में दोनों का प्रेम प्रसंग परवान चढ़ जाता था, एक दिन अचानक दिनेश के पहुंच जाने से दोनों के प्रेम प्रसंग का भांडा फूट गया।
आपत्तिजनक स्थिति में मिले दोनों: दिनेश किसी काम से बाहर गया हुआ था, घर पर पत्नी पूनम और देवर मनोज मौजूद थे। इसी दौरान पति दिनेश अचानक वापस आकर सीधे कमरे में चला गया। जहां अपनी पत्नी और अपने भाई को आपत्तिजनक स्थिति में पाया था। यह बात लोगों को पता चल जाती तो समाज में बदनामी होने का डर था ऐसी स्थिति में दोनों ने मिलकर दिनेश की हत्या करके शव बोरे में भरकर तालाब में फेंक दिया था। तब से यह मामला पुलिस के लिए अबूझ पहेली बन गया था, हालांकि पुलिस ने मामले में दोनों के गायब हो जाने के कारण दोनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। तब से दोनों आरोपी बागेश्वर धाम में छुपे बताए जा रहे हैं। किसी जरूरी काम से वापस कानपुर के बिधनू क्षेत्र में आए हुए थे तभी मुखबिर खास की सूचना पर पुलिस ने देवर भाभी को नहर पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया है।
देवर भाभी वांटेड: दोनों की गिरफ्तारी न हो पाने पर पुलिस ने दोनों के ऊपर इनाम लगाया था। देवर भाभी के ऊपर उपायुक्त ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। दोनों के गिरफ्तारी के बाद हत्या के कारण का पता चल गया।
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