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कंपोजिट विद्यालय के प्रधानाध्यापक के कक्ष में शिक्षक ने सुसाइड नोट लिखकर की आत्महत्या



उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में परिषदीय विद्यालय में तैनात शिक्षक ने प्रधानाध्यापक के कक्ष में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शिक्षक ने सुसाइड करने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें विद्यालय के एक महिला शिक्षक सहित दो लोगों और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के ऊपर आरोप लगाया है। मामले में जिलाधिकारी ने एक जांच टीम गठित कर दी है। 

प्राप्त जानकारी के मुताबिक गजरौला थाना क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय (कंपोजिट) सुल्तान ठेर में तैनात शिक्षक संजीव ने प्रधानाध्यापक के कक्ष में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। शिक्षक ने सुसाइड नोट में विद्यालय के शिक्षक राघवेंद्र सिंह और शिक्षिका सरिता सिंह के साथ-साथ बीएसए से भी प्रताड़ित होने का आरोप लगाया है। 

मामले की जानकारी मिलते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया, उधर मामले की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रवाना कर दिया।

 दरअसल कंपोजिट विद्यालय के शिक्षक संजीव ने सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर लिया है। बताया जाता है कि सुसाइड नोट में शिक्षक ने 18 पेज के एक सुसाइड रजिस्टर का भी जिक्र किया है। सुसाइड नोट में दावा किया गया है कि सुसाइड रजिस्टर को देखने पर तमाम आरोप की पुष्टि हो जाएगी।

जुटा पुलिस प्रशासन

मामले की जानकारी होते ही उपजिलाधिकारी, जुडिशल मजिस्ट्रेट, बीएसए और पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंच गया। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने मौका मुआवजा किया। 

जांच टीम गठित 

मामले की जांच के लिए जिलाधिकारी ने एडीएम न्यायिक की अध्यक्षता में सीडीओ, डीआईओएस और एडिशनल एसपी को पूरे मामले की तथ्यात्मक जांच की जिम्मेदारी सौंप दी है। सुसाइड नोट में जो सुसाइड रजिस्टर की बात आई है, उसकी परत दर परत खोली जाएगी।

क्या कहती हैं डीएम 

मामले में अमरोहा जिलाधिकारी ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। पूरे मामले में उच्च स्तरीय जांच टीम गठित कर दी गई है। शिक्षक ने सुसाइड नोट में विद्यालय के एक शिक्षक और एक शिक्षिका पर आरोप लगाने के साथ-साथ बीएसए का भी जिक्र किया है। शव को पोस्टमार्टम भेजकर जांच पड़ताल की जा रही है। पूरे मामले की जांच रिपोर्ट आने के उपरांत ही स्पष्ट किया जा सकेगा कि शिक्षक में ऐसा दुखद कम क्यों उठाया।


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