गोंडा:बीती रात मसकनवा कस्बे में मां दुर्गा के आंख की पट्टी खोलते समय पटाखा फोड़ने के दौरान विवाद हो गया। समुदाय विशेष ने शांति व्यवस्था में खलल डालने की कोशिश की। उन्होंने पथराव कर दिया, हालांकि मौके पर पहुंचकर पुलिस ने मामले को संभाल लिया। मामले की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक ने रात में ही मौके का जायजा लिया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बीती रात लगभग 11:30 बजे छपिया थाना क्षेत्र के मसकनवा कस्बे में समुदाय विशेष के मोहल्ले में रखी जाने वाली दुर्गा प्रतिमा के आंख की पट्टी खोलने की प्रथा निभाई जा रही थी। आंख की पट्टी खोलने के उपरांत पंडाल के लोगों के द्वारा जयकारे लगाते हुए गोले पटाखे फोड़े जा रहे थे। जिससे समुदाय विशेष के लोगों ने शांति व्यवस्था में खलल डालते हुए पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिससे कई लोगों को गंभीर चोटें आई। उधर मामले की भनक मिलते ही अलर्ट हुई छपिया पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल और जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने रात में ही मौके का जायजा लिया। दुर्गा पंडाल पूजा समिति के पदाधिकारी दिनेश के शिकायती पत्र पर पुलिस ने 13 लोगों को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज किया है। जिसमें मौके से एक आरोपी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
गोंडा: दुर्गा प्रतिमा के आंख की पट्टी खोलने के दौरान मसकनवा में उपद्रव, पुलिस ने संभाला मोर्चा pic.twitter.com/KN2ZeRW06u
क्या कहते हैं पुलिस अधीक्षक: इस बाबत पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि बीती रात लगभग 11:30 बजे मसकनवा में पूजा पंडाल पर दुर्गा प्रतिमा के आंख की पट्टी खोलने के दौरान पटाखे के कुछ गोले दागे जा रहे थे, जिसका दूसरे पक्ष के कुछ लोगों ने विरोध किया। वाद विवाद बढ़ गया काफी संख्या में वहां लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। स्थानीय पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर भीड़ को समझाया बुझाया गया। प्रकरण में दुर्गा प्रतिमा पंडाल पूजा समिति के आयोजकों के द्वारा विपक्षियों के खिलाफ आरोप लगाते हुए छपिया पुलिस में तहरीर दिया गया। पुलिस के द्वारा एक आरोपी को हिरासत में लेकर कार्यवाही की जा रही है। मौके पर शांति व्यवस्था कायम है।
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