उत्तर प्रदेश के गोंडा पुलिस को चकमा देने के लिए दो हत्यारोपी साधु बनकर जी रहे थे। अयोध्या के संतों महंतों के साथ खुद को साधु के रूप में प्रस्तुत करते हुए अपने अपराधों को छुपाए हुए थे। लेकिन 17 साल बाद अयोध्या पुलिस ने दोनों हत्या आरोपियों को साधु के वेशभूषा में गिरफ्तार कर लिया।
गोंडा:17 वर्ष बाद हत्यारोपी गिरफ्तार, गोंडा के नवाबगंज में हत्या करके बन गए थे साधू, अयोध्या से गिरफ्तार pic.twitter.com/TwBFeiNz6Z
बता दे कि अयोध्या धाम के श्री राम जन्मभूमि पुलिस ने अयोध्या धाम स्थित एक मंदिर से हत्या के आरोप में नामित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों के खिलाफ गोंडा पुलिस ने इनाम घोषित किया था। इनकी गिरफ्तारी नहीं होने के उपरांत पुलिस ने कुर्की किया था।
क्या है पूरा मामला: पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2007 के 6 जून को नवाबगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत तुलसीपुर माझा गांव के रहने वाले महावीर सिंह पुत्र कृष्णपाल सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
आरोपियों के संपति की कुर्की: वर्ष 2008 के 16 फरवरी को पुलिस ने बिहार प्रांत के लखीसराय जनपद अंतर्गत बड़झ्या थाना के कस्बा निवासी गोविंद उर्फ संजय उर्फ विजय चेला सिया नाथ पुत्र पुरुषोत्तम सिंह और अयोध्या जिले के रामघाट हनुमान कुटी के रहने वाले सीताराम दास उर्फ विजय चेला रामशरण दास के सम्पत्ति की कुर्की के बाद चार्जशीट दाखिल की गई थी। आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर गोंडा पुलिस ने दोनों आरोपियों पर 15 15 रुपए का इनाम घोषित किया था।
ACJM गोण्डा ने जारी किया गिरफ्तारी का वारण्ट: दोनों आरोपी अयोध्या में साधु के भेष में नाम बदल कर रहे थे, दोनों आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए गोंडा पुलिस प्रयासरत थी लेकिन आरोपियों के चकमा देने से खाली हाथ रह जाती थी। हत्या आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अपर सिविल जज गोंडा ने अयोध्या के राम जन्मभूमि प्रभारी निरीक्षक को वारंट जारी किया था।
दोनों अयोध्या से गिरफ्तार: थाना राम जन्मभूमि प्रभारी निरीक्षक देवेन्द्र पाण्डेय ने उपनिरीक्षक उत्तम यादव, आलोक कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल अशोक वर्मा, अखिलेश यादव,आरक्षी अरूणेश प्रताप सिंह और महिला आरक्षी प्रशाली वर्मा के साथ दबिश देकर सीताराम उर्फ विजय चेला रामशरण दास को उसके निवास स्थान हनुमान कुटी चौगुर्जी मन्दिर के पीछे रामकोट से गिरफ्तार कर लिया।वही पुलिस टीम ने दूसरे आरोपी संजय उर्फ विजय उर्फ गोविन्द चेला सिया नाथ पुत्र पुरुषोत्तम सिंह को लक्ष्मण किला से गिरफ्तार किया है।
आरोप निरस्त करने के लिए दायर की थी याचिका: पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2011 में आरोपी सीताराम ने उच्च न्यायालय में अपने विरुद्ध प्रेषित आरोप पत्र को निरस्त करने के लिए याचिका दायर किया था, जिसे न्यायालय ने तत्काल निरस्त कर दिया था। दोनों आरोपियों के कमरे से संबंधित दस्तावेज भी पाए गए।
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