विदेशी नागरिक के साथ शातिर ठगों ने जाल बिछा कर ढाई लाख रुपए ठगे,पुलिस ने ठगों को पकड़कर वापस दिलाए पैसे
विदेशी नागरिक ने यूपी पुलिस को कहा थैंक्स, जानिए पूरा मामला pic.twitter.com/nrnwYGJULQ
पत्नी के इलाज के लिए इंडियन करेंसी की थी जरूर
पैसा मिलने के बाद विदेशी नागरिक ने खीरी समेत उत्तर प्रदेश पुलिस और योगी सरकार का जताया आभार
कमलेश
लखीमपुर-खीरी:जनपद लखीमपुर खीरी के पलिया थाना क्षेत्र में पड़ोसी देश नेपाल के एक नागरिक से उसकी पत्नी का बेहतर इलाज करवाने के नाम पर करीब ढाई लाख रुपये की ठगी कर ली गई,जिसकी जानकारी होते ही पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए ठगों को पकड़कर पीड़ित को पैसे वापस दिला दिए। जिसको लेकर विदेशी नागरिक ने खीरी पुलिस समेत प्रदेश के मुखिया का आभार व्यक्त किया है।
जनपद की थाना पलिया पुलिस को पड़ोसी देश नेपाल के धनगढ़ी राज्य निवासी प्रशांत थापा पुत्र घनश्याम थापा द्वारा यह अवगत कराया गया था,कि करीब 20 दिन पूर्व उसके साथ कुछ भारतीय व्यक्तियों ने नेपाली मुद्रा को भारतीय मुद्रा में बदलने का आश्वाशन देकर करीब ढाई लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली है। जिसको गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी निरीक्षक मनबोध तिवारी ने आवेदक द्वारा दिए गये प्रार्थना पत्र पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी। जांचोपरांत उन्हें यह ज्ञात हुआ,कि आवेदक की पत्नी बीमार चल रही थी,जिसको इंडियन करेंसी की जरूरत थी। जिसका फायदा उठाकर जनपद के तिकुनिया क्षेत्र में रहने वाले दो व्यक्तियों द्वारा उससे मित्रता कर व भारत में उसकी पत्नी का अच्छा इलाज कराए जाने हेतु आवेदक को नेपाली मुद्रा के साथ भारत बुलाया गया व भारतीय मुद्रा में बदलने हेतु उससे 2 लाख 20 हजार रुपये नेपाली मुद्रा लेकर धोखा धड़ी की गई है। जिसको लेकर त्वरित कार्यवाही करते हुए थाना प्रभारी मनबोध तिवारी ने अपराधियों को चिन्हित किया व नेपाल राष्ट्र के व्यक्ति के साथ ठगी की गई मुद्रा बरामद कर उसको वापस लाने में सफलता प्राप्त कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। इस दौरान नेपाल राष्ट्र के उच्चाधिकारी व सुदूर पश्चिम प्रांत के मुख्यमंत्री के द्वारा इस विषय को लेकर अलग-अलग अधिकारियों से भी संपर्क किया गया था। जिसके बाद ठगी किए गये रुपये वापस पाकर नेपाली नागरिक ने खीरी समेत उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त कर उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ