उत्तर प्रदेश के गोंडा में शनिवार को देवी प्रतिमा के विसर्जन के दौरान तीन लोग मनवर नदी के गहरे पानी में उतर गए जो देखते ही देखते डूबने लगे। मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह से एक युवक को डूबने से बचा लिया, वही दो लोग नदी में डूब गए, जिनकी तलाश जारी है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शनिवार शाम को छपिया थाना क्षेत्र में देवी प्रतिमाओं को विसर्जित करने के लिए मनवर नदी के पिपरही घाट पर ले जाया गया था, इस दौरान तीन युवक गहरे पानी में उतर गए। जिसमें दो लोग डूब कर लापता हो गए उनकी तलाश के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम के साथ पुलिस प्रशासन मौके पर जमा हुआ है।
बता दे कि नदी के जलस्तर को देखते हुए गहरे पानी में जाने के लिए लोगों को रोका गया था, इसके बावजूद भी थाना क्षेत्र अंतर्गत महुलीखोरी गांव के रहने वाले 22 वर्षीय सत्यम विश्वकर्मा और 18 वर्षीय मनजीत गुप्ता सहित तीन लोग गहरे पानी में उतर गए थे। मौके पर मौजूद लोगों ने तीनों युवकों को नदी में डूबता हुआ देखकर बचाने का प्रयास किया, लेकिन मौके पर केवल एक ही युवक को डूबने से बचाया जा सका।
जुटा पुलिस प्रशासन: दो युवकों के नदी में डूबने की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। दोनों युवकों की तलाश के लिए पुलिस प्रशासन ने नदी में सघन तलाशी अभियान चलाया। मौके पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई। देर रात तक तलाशी अभियान जारी रहा। मामले की जानकारी मिलते ही उपजिलाधिकारी मनकापुर यशवंत राव व पुलिस क्षेत्राधिकारी मनकापुर आरके सिंह भी मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों के मौजूदगी में देर रात तक नदी में तलाश करने के उपरांत सुबह फिर पुलिस प्रशासन एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम के साथ मौके पर जुटा हुआ है।
क्या कहते हैं इंस्पेक्टर: छपिया थाना प्रभारी कृष्ण गोपाल राय ने बताया कि महुलीखोरी गांव के रहने वाले दो युवकों के तलाश में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ लगातार प्रयासरत है। गहरे पानी में जाने से मना करने के बावजूद भी लोग मनवर नदी के गहराई का आकलन नहीं कर सके, जिससे डूब गए।
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