अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित एम एल के पी जी कॉलेज के पुस्तकालय सभागार में शुक्रवार को व्यवसायिक पाठ्यक्रम के संयोजकों एवं शिक्षकों की एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में छात्र-छात्राओं के बेहतर भविष्य हेतु इसे और प्रभावी बनाने पर जोर दिया गया।
18 अक्टूबर को महाविद्यालय प्राचार्य प्रो0 जे पी पाण्डेय के निर्देशन में रोजगारपरक शिक्षा के समन्वयक प्रो0 एस पी मिश्र की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में सभी संयोजको व संबंधित शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण (वेट) शिक्षार्थियों को आवश्यक कौशल प्रदान करता है, जिससे उनकी रोजगार क्षमता बढ़ती है, उनके व्यक्तिगत विकास में सहायता मिलती है और सक्रिय नागरिकता को बढ़ावा मिलता है। उद्यम प्रदर्शन, प्रतिस्पर्धात्मकता, अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देता है। व्यावसायिक शिक्षा व्यक्ति के जीवन व्यवहार को बदल सकती है और जीवन की गुणवत्ता में सुधार ला सकती है। व्यावसायिक और कौशल आधारित शिक्षा महत्वपूर्ण है और छात्रों और मनुष्यों के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। व्यावसायिक पाठ्यक्रमों और शिक्षा के माध्यम से, हम अपने परिवार के सदस्यों का समर्थन और पोषण कर सकते हैं। उन्होंने सभी से छात्र-छात्राओं के हितों को ध्यान में रखते हुए इसे और प्रभावी बनाने पर जोर दिया। इस अवसर पर डॉ अनामिका सिंह, डॉ आलोक शुक्ल, डॉ स्वदेश भट्ट, डॉ ऋषि रंजन पाण्डेय, डॉ आशीष लाल, डॉ एस के त्रिपाठी, डॉ राहुल विशेन, डॉ सुनील कुमार, डॉ अभिषेक सिंह, डॉ के के सिंह, डॉ पंकज, डॉ के पी मिश्र, डॉ पी एन पाठक, लेफ्टिनेंट डॉ देवेन्द्र कुमार चौहान, डॉ मसूद मुराद, डॉ पवन कुमार सिंह, डॉ वंदना सिंह, श्रीनारायण व मणिका मिश्रा सहित कई लोग मौजूद रहे।
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