गोंडा: धनतेरस और दिवाली के दिन मार्केट में उमड़ी भीड़ का लाभ उठा कर बुर्का पहनकर घूम रही महिलाओं ने खरीदारी करने के लिए मार्केट में आए लोगों से नगदी व जेवर चुरा लिया। जिससे खरीदारी कर रहे लोग हक्का बक्का रह गए। आनन फानन में उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। भारी भीड़ में चोरी हो जाने से पुलिस के भी पसीने छूट गए। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दिया।
बता दे कि 29 अक्टूबर को दीपावली और धनतेरस को लेकर लोग खरीदारी करने में जुटे हुए थे, इसी दौरान गिरोह में गैर जनपद से पहुंची महिलाओं ने जमकर चोरी की। दिवाली में नगदी व जेवर चोरी होने से पीड़ित परिवारों के पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने मामले में अज्ञात चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
यहां हुई चोरी:नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत सिविल लाइन्स की रहने वाली श्वेता उपाध्याय पत्नी शेषमणि त्रिपाठी ने पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में कहा कि चूड़ी गली निकट पीपल चौराहे के पास से 3700 रूपये व एक चांदी का सिक्का व मोबाइल चोरी हो गया है।वही कोतवाली नगर के महारानीगंज घोसियाना निवासी मुकद्दर खाँ पुत्र रईस ने पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में कहा कि सोनार गली विनोद टाकिज के पास से हाथ का कड़ा, पायल, बाली व कील चोरी हो गया है। दोनों मामले में पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दिया।
खंगाले गए कैमरे: मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जगह जगह पर लगे हुए सीसीटीवी कैमरे को खंगालना शुरू कर दिया। जिससे पुलिस को बुर्के में पांच संदिग्ध महिलाएं दिखाई पड़ी। चोरी के वारदात को अंजाम देकर महिलाएं वापस भागने के फिराक में थी, इसी दौरान नगर कोतवाली पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया।
परिवार व रिश्तेदार के साथ चोरी:पुलिस के पूछताछ में महिलाओं ने अपना परिचय सिद्धार्थनगर जनपद के ढेबरूआ थाना क्षेत्र अंतर्गत मढ़नी गांव निवासिनी साकरुन पत्नी शकुर, नूरजहां पुत्री शकुर, समा पुत्री शकुर, शुखबुन्निशा पत्नी पप्पू और बलरामपुर जिले के तुलसीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत लुचुईया मनवरिया गांव की रहने वाली रुकसाना पत्नी शमीम के रूप में बताया।
बोले इंस्पेक्टर: इस बारे में नगर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार पाठक ने दूरभाष पर बताया कि चोरी करके भाग रही महिलाओं को पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी किए गए सामानों को बरामद कर लिया है। पकड़ी गई महिलाएं मां बेटी और रिश्तेदार हैं।
बुर्का पहनने पर प्रतिबंध बहुत जरूरी आतंकवाद गतिविधियों में भी कमी आएगी इस प्रकार ।।
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