उत्तर प्रदेश के गोंडा से 3 साल पहले एक विवाहिता रहस्यमय में परिस्थितियों में लापता हो गई थी। मामले में विवाहिता के मायके वालों ने ससुराल पक्ष के पति समेत सभी लोगों पर दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए हत्या की आशंका जताई थी। पुलिस ने तत्काल मामले को गंभीरता से लेते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया था। लेकिन पुलिस को इससे संबंधित कोई साक्ष्य नहीं मिला था, इधर विवाहिता के पति ने मामले में न्यायालय की शरण लेते हुए महिला के मायके वालों के खिलाफ अपहरण सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें महिला के भाई समेत 6 लोगों को आरोपी बनाया गया था। रहस्यमय में परिस्थितियों में गायब हुई, युवती को पुलिस ने लखनऊ से बरामद कर लिया है।
जानिए क्या है पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार गोंडा नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ददुआ बाजार के रहने वाले विनय कुमार ने अपनी 24 वर्षीय पत्नी कविता के अपहरण की आशंका जताते हुए वर्ष 2021 के मई माह में कविता के मायके वालों के खिलाफ न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया था। उधर मायके वालों ने भी हत्या की आशंका जताते हुए गुमशुदगी दर्ज कराते हुए ससुराल वालों को आरोपी बनाया था। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच टीम गठित कर दी थी।
विवाहिता चार साल रही ससुराल
बताया जाता है कि कविता का नगर कोतवाली के ददुआ बाजार के रहने वाले विनय कुमार से वर्ष 2017 के 17 नवंबर को विवाह हुआ था। विवाह के उपरांत 4 वर्षों तक कविता अपने ससुराल में पति के साथ रही, तब तक सब कुछ ठीक-ठाक रहा। लेकिन वर्ष 2021 में कविता रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हो गई थी।
लखनऊ से बरामद
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कविता की बरामदगी के लिए पुलिस टीम प्रयासरत थी, इसी दौरान कविता के लखनऊ में होने की पुष्टि हो गई। इसके बाद पुलिस टीम ने कविता को लखनऊ से बरामद कर लिया।
फेसबुक ने खोली पोल
बताया जाता है कि कविता बीते 3 वर्षों से लखनऊ में सत्यनारायण गुप्ता के घर पर रहती थी। कविता ने फेसबुक पर वासु गुप्ता के नाम से एक फेक अकाउंट बना रखा था। जिस पर गुप्ता बिरादरी के लोग जुड़े हुए थे। हाल ही में कविता ने फेसबुक अकाउंट पर अपनी प्रोफाइल पिक्चर को बदल दिया। इस दौरान प्रोफाइल पिक्चर में कविता ने अपना रियल फोटो लगाया। जिससे कविता के जिंदा होने की पुष्टि हो गई। इस आशय की जानकारी फेसबुक यूजर ने स्थानीय पुलिस को दे दी। इसके बाद अलर्ट हुई पुलिस टीम वासु गुप्ता के फेसबुक अकाउंट को खंगाल कर कविता के लोकेशन पर पहुंच गई।
युवती के मायके का है सत्यनारायण गुप्ता
बताया जाता है कि सत्यनारायण गुप्ता मूल रूप से युवती के मायके के पास का रहने वाला है। जो लखनऊ में काफी दिनों से रहता है।
दोनों पक्ष ने ली राहत की सांस
कविता के जीवित बरामद होने से कविता के ससुराल और मायके वालों ने राहत की सांस ली है। पुलिस ने कविता को बरामद करने के उपरांत उसके बयान के लिए न्यायालय भेज दिया।
बोले इंस्पेक्टर
इस बाबत नगर कोतवाल मनोज कुमार पाठक ने दूरभाष पर बताया कि गायब हुई युवती के प्रकरण में ससुराल पक्ष और मायके पक्ष के तरफ से एक दूसरे पर मुकदमा दर्ज किया गया था। युवती को लखनऊ से बरामद कर लिया गया है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ