चारपाई पर रात गुजारने को विवश हुए ग्रामीण,एसडीएम व तहसीलदार ने बिंजहा गांव पहुचकर जानी स्थिति
कमलेश
ईसानगर-खीरी:ईसानगर क्षेत्र में घाघरा व शारदा नदी अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है। ईसानगर क्षेत्र में उफनाई घाघरा नदी का पानी कैरातीपुरवा,ओझापूर्वा,ठूठवा,गुरजहनपुर्वा,पसियन पुरवा, आडवाणी पुरवा, गड़रियनपुरवा, मिलिक,पोखरा समेत कई अन्य गांवों में पहुचकर दर्जनो घरों में भर गया।
जिसको देख ग्रामीण चारपाई पर रात गुजारने को विवश हो गए है। यही नहीं बाढ़ को लेकर एसडीएम व तहसीलदार गावों में भ्रमण कर पल पल की स्थिति से वाकिफ़ हो रहे है। पूर्व में ही डेढ़ दर्जन गांवों के लिए जारी किए गये अलर्ट को संज्ञान में लेकर ग्रामीण सतर्क हो पानी बढ़ने को लेकर जागकर रात गुजार रहे है। ओझापूर्वा व ठूठवा निवासी दिनेश कुमार यादव,राकेश यादव,राजू व कैरातीपुरवा समेत अन्य गांव के लोगों ने बताया कि जैसे ही बाढ़ आने की सूचना मिली थी वैसे ही कुछ लोग सुरक्षित स्थानों की ओर रुख कर लिए। बाकी गांव में ही अपने परिवार व मवेशियों के साथ रह रहे है। वही ठूठवा,ओझापूर्वा, कैरातीपुरवा समेत अन्य गावों में कुछ घरों में पानी भर गया जो परिवार के साथ चारपाईयों पर रात गुजारने को विवश है।
सीएमओ ने बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कर अधीनस्थों को दिए दिशा निर्देश |
बाढ़ प्रभावित गांव मिलिक व पीएचसी चंदवापुर पड़री का सीएमओ ने किया निरीक्षण
बाढ़ को देखते हुए शनिवार को बाढ़ प्रभावित गांव मिलिक व पीएचसी चंदवापुर पड़री का सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता ने औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उनके साथ सीएचसी अधीक्षक डॉ. पंकज कुमार भी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के दृष्टिगत ग्राम मिलिक में बाढ़ प्रभावित चौकी का निरीक्षण किया व दवाओं की उपलब्धता को देखा। आशाओं से बात की और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों से भी मिल रही स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी की गई है। इस दौरान उन्होंने सीएचसी अधीक्षक डॉ.पंकज भार्गव को निर्देशित किया कि जहां पर भी दवाओं की कमी है, वहां पर तत्काल अतिरिक्त दवाओं को उपलब्ध कराएं। इसके बाद वह पीएचसी चंदवापुर पड़री पर पहुंचे जहां पर डॉ.आलोक कुमार, फार्मासिस्ट शिव प्रकाश द्विवेदी व सीएचओ इंद्रजीत कुमार वर्मा मौजूद मिले। जब रजिस्टर का निरीक्षण किया तो पाया कि उनके द्वारा स्वयं रजिस्टर नहीं भरा जा रहा है। इसे लेकर उन्होंने सभी को अपना रजिस्टर स्वयं भरने के निर्देश दिए साथ ही कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जहरीले जीवों के काटने का खतरा भी बढ़ गया है। इसे देखते हुए सभी लोग यह सुनिश्चित करें कि एंटी स्नेक बाइट व डॉग बाइट के इंजेक्शन सभी बाढ़ राहत चौकिया पर उपलब्ध रहे।
तहसील प्रशासन |
तहसील प्रसाशन अलर्ट मोड़ पर,एसडीएम व तहसीलदार ने बिंजहा गांव पहुचे
बनबसा बांध से छोड़े गए 4 लाख क्युसेक से अधिक पानी को लेकर धौरहरा तहसील प्रसाशन अलर्ट मोड़ पर है। एसडीएम राजेश कुमार,तहसीलदार आदित्य विशाल शनिवार को बिंजहा गांव पहुचकर हालातो का जायजा लिया व सभी बाढ़ चौकियों को एक्टिवेट कर राजस्व निरीक्षक,लेखपाल समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारियों को घाघरा व शारदा नदी किनारे बसे गावों में लगाते हुए लोगों से सावधानी बरतते हुए सुरक्षित स्थान पर रहने का संदेश दिया है। इस दौरान तहसीलदार आदित्य विशाल ने बताया कि बाढ़ को लेकर वह स्वयं व एसडीएम ने आज बिंजहा गांव का निरीक्षण किया है,सभी बाढ़ चौकियों को एक्टिवेट कर अलर्ट कर मोड़ पर रखा गया है। इस दौरान जरूरतमंदों की जैसे ही सूचना हल्का लेखपाल द्वारा उन्हें दी जाएगी वैसे ही उसे राहत सामग्री भी उपलब्ध करवाई जाएगी,फिलहाल अभी ऐसी स्थिति दिखाई नहीं पड़ी है।
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