ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। रातोरात हो रहे अवैध खनन को लेकर प्रशासन व खनन विभाग खामोश हैं। वहीं सफेद रेत का काला धंधा जबरदस्त चल रहा है। तहसील इलाके के गोंडा बहराइच जिले की सीमा पर ग्राम गोड़वा के पास हो रहे बालू खनन पर गांव के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया है। जिसमें खनन के लिए चिन्हित जमीन से हटकर किसानों की जमीन में खनन होने की शिकायत की है। वहीं खनन माफिया रातों-रात दर्जनों ट्रक, डंपर, ट्राला, ट्राली बालू निकालकर गैर जनपद और आसपास के क्षेत्र में बिक्री कर रहे हैं। यहां तक की खनन के लिए निर्धारित गहराई को दरकिनार कर काफी नीचे से बालू निकालकर जमीन को तालाब की शक्ल में बनाया जा रहा है। जिससे उनके खेतों में जलभराव हो चुका है।
तहसील करनैलगंज क्षेत्र के ग्राम गोड़वा निवासी सुमिरन, निरहू, ज्ञाना देवी आदि ने जिलाधिकारी व उप जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया है। जिसमें कहा है कि जो जमीन उन्हें सरकार ने पट्टा दिया था। उस जमीन पर बालू निकालने वाले लोग जबरन खनन कर रहे हैं। जबकि खनन के लिए जो जमीन चिन्हित की गई है वहां बालू खान कर चुके हैं। उसके अतिरिक्त अब आसपास के ग्रामीणों को डरा धमका कर जबरिया तरीके से रातों-रात बालू खनन करके उनकी जमीन को तालाब के रूप में बनाया जा रहा है। जिसके लिए कई बार प्रार्थना पत्र दिया गया। मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि बालू खनन देर रात शुरू होकर और सुबह 10 बजे तक किया जाता है। दिन में काम बंद रहता है और रातों-रात करीब 50 ट्रक से अधिक बालू निकलकर बाहर भेज दिया जाता है। मजेदार पहलू यह की एक साथ कई डंपर, ट्रक, ट्राला बालू भरकर निकाले जाते हैं। मगर एक दो वाहनों को रॉयल्टी दिया जाता है बाकी बालू बिना रॉयल्टी के भेज दिया जाता है। इस संबंध में तहसीलदार मनीष कुमार का कहना है कि शिकायत के आधार पर राजस्व विभाग की टीम बनाकर मौके पर भेजी जा रही है। जो खनन स्थल की पैमाइश करने के साथ-साथ ग्रामीणों की जमीन को अलग करेगी। यदि चिन्हित खनन स्थल से अधिक खनन पाया जाता है तो मुकदमा दर्ज करवाकर कार्रवाई कराई जाएगी।
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