उत्तर प्रदेश के रामनगरी अयोध्या में तैनात सहायक लेखाकार को एंटी करप्शन टीम इकाई अयोध्या ने एक लाख रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है। सहायक लेखाकार के गिरफ्तारी का वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है, सहायक लेखाकार को एंटी करप्शन टीम के सदस्य दबोच कर ले जाते हुए नजर आ रहे हैं।
अयोध्या में एक लाख रुपए रिश्वत लेते हुए शिक्षा विभाग का सहायक लेखाकार गिरफ्तार pic.twitter.com/mUFhtaJpEG
— crime junction (@crimejunction) September 7, 2024
वीडियो
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग के सहायक लेखाकार अमरेंद्र प्रताप सिंह ने प्रधानाध्यापिका की मौत के बाद नॉमिनी से सरकारी काम के लिए एक लाख रुपए की मांग की थी। मामले में पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम से संपर्क करके सहायक लेखाकार के द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज कराई थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए एंटी करप्शन टीम प्रभारी ने सहायक लेखाकार को गिरफ्तार करने के लिए टीम का गठन कर दिया।
जीपीएफ की राशि निकालने के लिए मांगी रिश्वत
बताया जाता है कि शिक्षा क्षेत्र मसौधा के कंपोजिट विद्यालय भदोखर में शहर के हसनू कटरा की रहने वाली तैनात प्रधानाध्यापिका यासमीन पत्नी मो. इरफान उल हक के निधन के बाद जीपीएफ का पैसा निकालने के एवज में मोहम्मद इरफान अल हक ने खंड शिक्षा कार्यालय मसौधा में तैनात सहायक लेखाकार अमरेंद्र प्रताप सिंह से बात किया तो उन्होंने बताया कि इस काम के लिए एक लाख रुपए खर्च करना पड़ेगा। तब मृतका के पति ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन से सहयोग मांगा।
बीएसए कार्यालय में हुई गिरफ्तारी
मामले में सतर्कता टीम ने जांच कराया तो शिकायत की पुष्टि हो गई। टीम ने सहायक लेखाकार के गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया, शुक्रवार के शाम इसके तहत शिकायतकर्ता ने रिश्वत देने के लिए सहायक लेखाकार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बुलाया। शिकायतकर्ता के हाथों से जैसे ही सहायक लेखाकार ने रिश्वत की रकम एक लाख रुपए अपने हाथों में लिया, आसपास में मौजूद एंटी करप्शन टीम के सदस्यों ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। मामले में टीम ने सहायक लेखाकार के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध पंजीकृत कराया है।
वीडियो वायरल
इंटरनेट पर सहायक लेखाकार के गिरफ्तारी का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एंटी करप्शन टीम के लोग उसे दबोच कर ले जा रहे हैं।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ