कमलेश
खमरिया-खीरी:ईसानगर ब्लाक परिसर में शिवसैनिकों द्वारा दिये गये ज्ञापन के दौरान कस्बे के तमाम लोग शामिल रहे। जिसमें विकास खंड परिसर में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को देकर बताया गया है,कि कस्बा ईसानगर की आबादी करीब 30 हजार है। यहां होने वाली मौत के बाद अंतेष्ठि के लिए शव को लेकर भटकना पड़ रहा। लोग अपने अपने खेतों मे दाह संस्कार करने को विवश है। जिनके पास खेत नही है वह चकरोड व रास्तों के किनारे दाहसंस्कार करते है,कब्रिस्तानों की भूमि आरक्षित कर बाउंड्री वाल बना दी जाती है जबकि हम लोगों को दाह करने के लिए भटकना पड़ रहा है । जनप्रतिनिधिओं की उदासीनता का नतीजा यह है कि मरघट की जमीन पर कब्जा है,लेकिन उसे कब्जे से मुक्त नही कराया जा सका है। शिवसैनिकों द्वारा दिये गये ज्ञापन मे लोगों ने कविता के माध्यम से दर्द बयां करते हुए शीघ्र मरघट की जमीन मुक्त कर मरघट बनावाने की मांग की गई है। इस दौरान ज्ञापन देने वालों मे शिवसैनिक मदन मिश्र,जगदंबा प्रसाद,रामनरायण बाजपेई,रामू बाजपेई सहित करीब सैकडों लोग मौजूद रहे ।
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