ब्लॉक में एक दिवसीय धरना देकर,अनिश्चितकालीन आंदोलन की दी चेतावनी
अलग-अलग गावों में बैठकें कर आंदोलन की बनी रूपरेखा
एकलब्य पाठक
ईसानगर-खीरी:ईसानगर क्षेत्र में शासन के द्वारा लाख जतन करने के बावजूद भी हजारों की संख्या में छुट्टा घूम रहे मवेशियों से फसलों को न बचा पाने से परेशान किसानों के सब्र का बांध टूट गया है। जो एकजुट हो ब्लॉक पर एक दिवसीय धरना देकर जल्द ही समस्या का समाधान न होने पर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है। जिसके लिए गांवों में बैठकों का दौर जारी है।
ईसानगर क्षेत्र में आवारा मवेशियों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। हालात यह है कि क्षेत्र में कई गौशालाओं में मवेशियों के होने के बावजूद भी लगातार इनकी संख्या बढ़ती ही जा रही है। किसानों द्वारा खून पसीने से तैयार की जा रही फसलें यह मवेशी पलक झपकते ही चट कर जा रहे है। फसले चट होने से किसान अपनी जमा पूंजी भी खोकर भुखमरी की कगार पर पहुच रहे है,जिससे परेशान किसानों के सब्र का बांध टूट गया तो गांव गांव बैठके पर शासन के खिलाफ आंदोलन करने की ठान मंगलवार को ब्लॉक परिसर में एक दिवसीय धरना देकर जल्द ही समस्या दूर न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
अस्थाई गौशालाओं से संतुष्ट नहीं है किसान
किसानों की समस्याओं व उनकी नाराजगी को ध्यान में रख सोमवार को तहसीलदार आदित्य विशाल ने बीडीओ ईसानगर को पत्र जारी कर शंकरपुर व मूडी में प्रस्तावित अस्थाई गौशाला का निर्माण कार्य तत्काल करवाने का आदेश भी जारी किया था बावजूद किसान उससे संतुष्ट न होकर मवेशियों से छुटकारा दिलाने के लिए स्थायी हल निकालने की बात कही है। इस बाबत किसानों ने बताया कि मवेशियों से छुटकारा पाने के लिए हम लोग क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ साथ सम्बंधित अधिकारियों से भी गुहार लगाई पर जब कोई हल नहीं निकला तो आपस मे बैठकें कर धरना व आंदोलन के लिए बाध्य है।
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