उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद पुलिस ने युवक के हत्याकांड के 72 घंटे के भीतर शातिर आरोपी और सहयोगी आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने दोनों आरोपी के निशान देही पर हत्या में प्रयुक्त लकड़ी का डंडा, मृतक का मोबाइल फोन और खून लगे आरोपियों के कपड़े बरामद कर लिया है।
बता दें कि गाजियाबाद के ट्रोनिका सिटी पुलिस में मृतक की पत्नी ने नामजद मुकदमा दर्ज करवाते हुए कहा था कि उसके पति राशिद की हत्या करके शव को खेत में फेंक दिया है। मामले में पुलिस ने मुखबिर खास के सूचना पर आरोपी गुलफाम और शहनाज को अखाडा मंदिर चौराहा के पास से गिरफ्तार कर लिया है।
जेल से छूट कर की हत्या
पुलिस के पूछताछ में आरोपी गुलफाम ने बताया कि वह मुजफ्फरनगर के कवाल कांड के दंगे हत्या के आरोप में जेल में बंद था। 11 साल बाद 5 अगस्त को जेल से छूट कर वापस आया था।
जेल में हुई थी दोस्ती
आरोपी ने पुलिस को बताया कि जेल में रहने के दौरान गाजियाबाद के बदरपुर गांव के रहने वाले महताब से मुलाकात हुई थी। महताब 3 साल जेल में बंद था, इस दौरान दोनों की अच्छी दोस्ती हो गई थी। महताब अपना मुंह बोला बेटा कहता था। महताब की पत्नी और घर वाले जेल में मिलाई के वक्त हमसे भी मिलाई करते थे। शहनाज व उसके पति महताब ने जेल से जमानत दिलाई थी। जेल से रिहा होने के बाद एक महीने तक महताब के घर पर रहा। महताब व शहनाज ने मुझे मेरे गाँव सिखेडा भेज दिया था। महताब व शहनाज ने मुझको बताया था कि राशिद से हमारा मोबाइल फोन को लेकर विवाद हुआ था। इसी बात से नाराज होकर उसका बेटा दिनांक 13 सितंबर को अपने घर से चला गया था जो वापस नहीं आया।
दोस्त को मिली धमकी
राशिद धमकी दे रहा था कि अगर मेरा बेटा वापस नहीं आया तो महताब को जेल भिजवा दूंगा, जिससे महताब डर गया। फिर पूरा मामला सॉल्व करने के लिए महताब को आश्वस्त किया। 16 सितंबर को सिखेडा से बदरपुर महताब के घर आ गया था। जहां पूरी बात की जानकारी लेने के बाद राशिद को रास्ते से हटाने का मन बना लिया।
बेटे के तलाश में निकले पिता की हत्या
आरोपी ने पुलिस को बताया कि राशिद अपने लड़के की तलाश में हाथ में डंडा लेकर महताब के घर के पीछे से जा रहा था,जावेद, गुलफाम, सुहैल ने मिलकर मृतक राशिद का मुँह भींचकर महताब के मकान के पीछे वाली जगह में ले गये और राशिद से उसका डंडा छीनकर उसके मुँह व सिर पर जमकर मारपीट की गयी। जिससे राशिद की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस को गुमराह करने का प्रयास
आरोपी ने बताया कि राशिद की पहचान ना हो सके इसके लिए राशिद के ही डंडे से उसके मुंह पर वार किया। जब उसकी मौत हो गई तब उसके शव को कंधे पर लादकर सुहैल और जावेद के साथ गांव के बाहर हारून के धान के खेत में फेंक दिया।
खेत की मिट्टी में दबा दिया मोबाइल
खेत में जाने के दौरान लोअर और शर्ट में मिट्टी और खून लग गया था, जिसे राशिद की मोबाइल के साथ खेत की मिट्टी के नीचे दबा दिया था। वही डंडे को पास की झाड़ियां में फेंक दिया था। शहनाज को पूरे मामले की जानकारी थी।
मुजफ्फरनगर भगाने के दौरान पकड़े गए
पुलिस से आरोपियों ने कहा कि सुबह मोहल्ले में यह चर्चा आम हो गई कि गुलफाम सुहैल और जावेद के घर वालों ने मिलकर राशिद की हत्या करके शव को खेत में छुपा दिया है, घटना में शहनाज का भी हाथ है। तब पुलिस से पकड़े जाने के डर से सब लोग इधर-उधर होकर मुजफ्फरनगर भागने के लिए सवारी के इंतजार में थे तभी आप लोगों ने गिरफ्तार कर लिया।
क्या कहती है पुलिस
मामले में पुलिस ने बताया कि मुजफ्फरनगर जिले के सिखेडा थाना क्षेत्र अंतर्गत बिलाल मस्जिद कस्बा के मूल निवासी, वर्तमान में हरिद्वार जिला के धनरेडा थाना अंतर्गत लाटर देवा निवासी गुलफाम पुत्र लतीफ और गाजियाबाद के ट्रोनिका सिटी थाना क्षेत्र अंतर्गत बदरपुर गांव की रहने वाली शहनाज पत्नी महताब को गिरफ्तार कर जेल रवाना कर दिया गया है।
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