एंटी रैबीज के सभी टीके लगने से पहले महिला के शरीर में फ़ैल गया रैबीज़,सियार को लेकर फैली दहशत
कमलेश
खमरिया-खीरी:ईसानगर क्षेत्र में सियार के काटने पर एंटी रैबीज़ के तीन टीका लगवाकर चौथे का इंतज़ार कर रही 35 वर्षीय महिला की अचानक बिगड़ी हालत को देख परिजन उसे नजदीकी सीएचसी से लेकर मेडिकल कालेज लखनऊ तक गए बावजूद उसकी जान नहीं बच सकी।जिसको लेकर परिवार में जहां शोक की लहर व्याप्त है,वही क्षेत्र में सियार के काटने से हुई मौत को लेकर लोगों में दहशत बनी हुई है।
ईसानगर क्षेत्र के चंद्रासाखुर्द निवासी रामदेवी (35) पत्नी रत्तीराम बीते 27 अगस्त को गांव के बाहर खेत मे धान की निराई कर रही थी,इसी दौरान खेत में निकले सियार ने उसे काटकर घायल कर दिया। जिसको देख परिजन उसे सीएचसी ईसानगर ले गए जहां प्राथमिक उपचार के बाद बारी-बारी से एंटी रैबीज़ के तीन टीका भी लग चुके थे,चौथा टीका लगने की बारी आती उससे पहले ही रामदेवी की हालत बिगड़ने लगी जिसको लेकर परिजन उसे जिला अस्पताल के बाद मेडिकल कालेज लखनऊ तक ले गए जहां डॉक्टरों ने इलाज के दौरान रामदेवी के शरीर मे रैबीज़ फैलने की बात कह अपने हांथ खड़े कर लिए तो परिजन उसे घर ले आये जहां महिला की दयनीय हालत देख बीते सोमवार को पुनः उसे लखीमपुर लेकर गए जहां किसी डॉक्टर से संपर्क होता उससे पहले ही तड़फ रही रामदेवी की सांसे थम गई। जिसकी जानकारी होते ही परिवार में शोक की लहर दौड़ गई वही सियार के काटने से फैले रैबीज की वजह से क्षेत्र में हुई महिला की मौत के बाद लोगों में सियार को लेकर दहशत बनी हुई है।
पांच बच्चों का कैसे होगा पालन पोषण,पिता चिंतित
रामदेवी के पांच बच्चे है,जिनमें रेशमा देवी (15),दामिनी देवी (13),पुतानी देवी(08),करन कुमार(02)व रानी देवी (01) जिनका पालन पोषण कौन करेगा इसको लेकर पिता रत्तीराम चिंतित है। इस बाबत पत्नी के शोक में डूबे रत्तीराम ने बताया कि पत्नी की सियार के काटने के बाद जिस तरह से अचानक मौत हो गई उसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी। सबसे बडी बात तो अब यह है कि चार बेटियों के साथ एक बेटे का पालन पोषण अब कौन करेगा। वही रत्तीराम की हालत देख मोहल्ले व गांव के लोग बच्चों को लेकर परेशान है।
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