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छलक आयेगा आंखों से आंसू: अस्पताल ने नवजात सहित प्रसूता को बनाया बंधक, लाचार बाप ने बेच दिया औलाद, अस्पताल संचालिका सहित 5 गिरफ्तार



उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में अस्पताल का संचालन करने वाली महिला और स्टाफ नर्स के हैवानियत का मामला देखने को मिला है। डिलीवरी के उपरांत नवजात और प्रसूता को बंधक बनाकर पीड़ित पिता से उसके पुत्र को बेचने के लिए मजबूर कर दिया। हालांकि मामले की जानकारी मिलते ही अलर्ट हुए पुलिस प्रशासन में बच्चे को मुक्त करवा कर उसके पिता को सौंप दिया है। वही मामले में अस्पताल संचालिका सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 


पुलिस अधीक्षक

प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिले के बरवा पट्टी थाना क्षेत्र अंतर्गत हनुमान चौक में संचालित खुशी लाइफ क्लिनिक का कारनामा देखने को मिला है। यहां अस्पताल संचालिका ने एक प्रसूता के प्रसव के बाद महज चंद रुपयों के अभाव में नवजात और प्रसूता को अस्पताल में बंधक बना लिया। अपने नवजात और पत्नी को अस्पताल से मुक्त करवाने के लिए निर्धन पिता को उसके जिगर के टुकड़े को बेचने के लिए विवश कर दिया। मामला अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई इसके बाद बच्चे को सकुशल बरामद कर उसके पिता को सौंप दिया गया। 

क्या है पूरा मामला 

प्राप्त जानकारी के मुताबिक 3 सितंबर को बरवा पट्टी थाना क्षेत्र अंतर्गत दशहवा भेडिहारी टोला के रहने वाले हरीश ने पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर कस्बे के हनुमान चौक स्थित खुशी लाइफ क्लिनिक में भर्ती कराया था। अस्पताल में बेटी ने जन्म लिया, 2 दिन बाद जब प्रसूता को अस्पताल से डिस्चार्ज करना था तब अस्पताल की संचालिका तारा कुशवाहा वह नर्स सुगन्ती देवी ने पैसे के अभाव में पत्नी और नवजात पुत्री को जबरदस्ती रोक लिया। कहने लगी कि पैसा दोगे तभी तुम्हारे परिवार को छोड़ा जाएगा।

अस्पताल प्रशासन ने मेडिएटर से मिलकर चली चाल

पीड़ित के लाचारी का फायदा उठाते हुए अस्पताल संचालिका और स्टाफ नर्स ने भितहा थाना क्षेत्र अंतर्गत लक्ष्मीपुर के रहने वाले अमावस पुत्र लल्लन यादव का लाचार पिता से बातचीत करवाया। उसके गरीबों का फायदा उठाते हुए समझाया कि अपना बच्चा बेंच दो, अच्छी खासी रकम दिलवाऊंगा।

बीस हजार में बिक गया मासूम

गरीबी का दंश झेल रहा लाचार पिता लोगों के बातों में आ गया, उन लोगों के साथ वह अपने 2 साल के मासूम को लेकर तमकुही रोड पहुंचा। जहां पर चौरा खास थाना क्षेत्र अंतर्गत मगुरी के रहने वाले भोला यादव और उनकी पत्नी कलावती देवी से मुलाकात हुई। आरोपियों ने साजिशन 2 वर्ष के मासूम को 20000 रुपए में बेचवा दिया।

नवजात बेटी और पत्नी को कराया मुक्त

रुपए मिलने के बाद पीड़ित पिता ने अस्पताल में बंधक पत्नी और नवजात बेटी को मुक्त करवाने के एवज में 3500 रुपए अदा किया। इसके बाद वह दोनों अस्पताल से मुक्त हुए। 

घर वापसी पर आई मासूम की आई याद

लाचार पिता जब पत्नी और पुत्री को लेकर अपने घर पहुंच गया, साथ में औलाद के गैरमौजूदगी का दर्द सताने लगा। पिता के आंखों से आंसू छलकने लगे, तब वह वापस अपने मासूम को पुनः अपने के लिए वापस अस्पताल पहुंचा। आरोपियों से बच्चा वापस मांगने पर उन्होंने बच्चा देने से इनकार कर दिया। जिससे उसके पांव के नीचे जमीन खिसक गई। थक हार कर लाचार पिता वापस अपने गांव पहुंचा। गांव के लोगों से रो-रो कर अपनी दास्तान सुनाई।

गांव वालों ने किया वीडियो वायरल

मामले में गांव वालों ने लाचार पिता का बयान लेते हुए वीडियो बनाया, जिसे सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर वायरल किया गया। पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। वीडियो संज्ञान में आते ही अलर्ट हुई पुलिस ने सकुशल 2 वर्ष के मासूम को बरामद कर पीड़ित पिता को सौंप दिया।

बोले एसपी 

मामले में पुलिस अधीक्षक संतोष मिश्रा ने बताया कि फर्जी गोदनामा के आधार पर बच्चा दिया गया था, मामले की जानकारी रात में प्राप्त हुई थी, त्वरित अभियान चला कर रात में ही बच्चे को सकुशल बरामद करवा लिया गया है। मामले में मुकदमा पंजीकृत करवा के पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बिचौलिया अमरेश यादव, फर्जी महिला डॉक्टर तारा कुशवाहा सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मामले में एक सिपाही का नाम भी प्रकाश में आया है, उसको तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर किया गया है, जांच उपरांत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मामले में क्षेत्राधिकारी को जांच सौंपी गई है।

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