अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर में सोमवार को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर देवीपाटन और बस्ती मंडल के आर्य वीरों ने एकत्रित होकर सूक्ष्म यज्ञ करके एकदिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन आरंभ किया ।
2 सितंबर को सभा को संबोधित करते हुए विनोद आर्य ने बताया कि डीएवी इंटर कॉलेज बलरामपुर के प्रबंधक संजय तिवारी ने संप्रदाय विशेष के लोगों को खुश करने के लिए मोहर्रम में कॉलेज के मुख्य गेट पर ताजिया रखवाने हेतु सद्दा स्थापित करवा दिया था तथा कॉलेज के अंदर बरगद के पेड़ के नीचे मांस पकवा रहे थे । दयानंद का सिपाही होने के कारण अध्यापक आर्य अशोक तिवारी जो कि आर्य वीर दल उत्तर प्रदेश के प्रचार मंत्री भी है के आह्वान पर सैकड़ो हिंदू तथा पुलिस बल पहुंचकर कॉलेज के माथे पर लगे हुए कलंक को हटवाया, तभी से संजय तिवारी अशोक तिवारी के पीछे पड़े हुए हैं । गरुड़ ध्वज आर्य आर्य ने बताया कि बांग्लादेश हिंदू नरसंहार के विरोध में अशोक तिवारी के नेतृत्व में बलरामपुर में एक विशाल आक्रोश सभा का आयोजन हुआ जिसके दूसरे ही दिन संजय तिवारी ने बिना प्रबंधक की अनुमति के धार्मिक और सामाजिक कार्य करने का आरोप लगाते हुए अशोक तिवारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया । राष्ट्रधारक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष करन आर्य ने कहा कि अशोक तिवारी के पुत्र की तबीयत कई वर्षों से खराब है जिसको पूरे भारत के डॉक्टरों ने ठीक होने से मना कर दिया है और उसकी 24 घंटे में 10 -12 झटका भी आता है जिसको देखते- देखते अशोक तिवारी भी हृदय रोगी हो गए हैं जिनका सहारा हॉस्पिटल लखनऊ में सन 2018 से इलाज चल रहा है । 11 अगस्त को वरदान अस्पताल में एम्स दिल्ली के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर क्षितिज प्रसाद को जब तिवारी ने दिखाया तो उन्होंने कुछ दिन के लिए बेड रेस्ट लेने का सुझाव दिया । इसलिए अशोक तिवारी मेडिकल लीव ले ली, लेकिन प्रबंधक जी ने उनके मेडिकल को फर्जी बताते हुए अगस्त माह का वेतन काटकर लूज सीट निकलवाया, जबकि संजय तिवारी सनातन विरोधी कार्य करने के अतिरिक्त कॉलेज परिसर में बनी हुई दुकानों का किराया तथा इंटर बायो ग्रुप के छात्रों की ₹1200 प्रति छात्र फीस की राशिद ना कटवाकर स्वयं रख लेते हैं । साथ ही नियम की धज्जियां उड़ाते हुए कई लिपिक की फर्जी भर्ती भी कर लिया है । इसीलिए आज दो मंडल के आर्य वीर इकट्ठा होकर जिला विद्यालय निरीक्षक से मांग करते हैं कि सनातन विरोधी संजय तिवारी के भ्रष्टाचार की विधिवत जांच करके उनको हटाकर डीएवी इंटर कॉलेज बलरामपुर में प्रशासक नियुक्त करें । अध्यापक अशोक तिवारी ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि उपरोक्त प्रकार से तो मेरा उत्पीड़न किया ही जा रहा था कि कोतवाली देहात में मेरे ऊपर एक दलित टाइपिस्ट की दुकान में घुसकर जाति सूचक गाली देते हुए कंप्यूटर आदि तोड़कर उत्पात मचाने का मुकदमा दर्ज कराने का प्रयास किया गया, ताकि डकैती व दलित एक्ट में मुकदमा दर्ज करके मुझे जेल भेज दिया जाए । हमारा धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम ना होने पाए लेकिन जानकारी होने पर आर्य वीर दल संरक्षक सदर विधायक पलटू राम जी के प्रयास से मुकदमा दर्ज नहीं हो पाया । कार्यक्रम के अंत में आर्य वीरों ने संघर्ष में खर्च होने के लिए अशोक तिवारी को ₹50,000 सहयोग भेजने वाली दानवीर माताजी के लिए धन्यवाद ज्ञापन किया । धरना प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में आर्य वीर उपस्थित रहे ।
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