अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के जिलाधिकारी पवन अग्रवाल के ओएसडी सुरेश चंद्र उपाध्याय 31 अगस्त 2024 को हुए सेवानिवृत हो गए । सेवानिवृत्ति के अवसर पर जिलाधिकारी सहित तमाम अधिकारियों कर्मचारियों ने उन्हें भावभीनी विदाई दी ।
31 अगस्त को सुरेश चंद्र उपाध्याय के सेवानिवृत अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में विदाई पार्टी का आयोजन किया गया । विदाई कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिलाधिकारी पवन अग्रवाल मौजूद थे। श्री उपाध्याय को विदाई देने के लिए कलेक्ट्रेट में कार्य कर रहे सभी अधिकारी वा कर्मचारी मौजूद रहे ।
इस अवसर पर अधिकारियों व कर्मचारियों ने उपाध्याय जी के कार्यकाल के बारे में वर्णन किया । जिलाधिकारी ने कहा कि मेरा अनुभव श्री उपाध्याय जी के साथ बहुत लंबा तो नहीं रहा है । मुझे अभी जिले में आए मात्र दो माह ही हुए है लेकिन श्री उपाध्याय ने इस दो माह में अपने कार्य कौशल से हमें काफी प्रभावित किया । उन्होंने यह भी कहा की उपाध्याय जी की एक सबसे बड़ी खासियत बात मुझे जो लगी वह समय की पाबंदी मैंने आज तक उपाध्याय जी को कभी भी ऑफिस लेट आते हुए नहीं देखा और जैसा कि आप सभी जानते हैं कि किसी अधिकारी का ओएसडी होने का मतलब होता है जाने के समय का कोई पता नहीं होता है तो मेरे द्वारा दिए गए सभी कार्य को बहुत ही बखूबी से किया उन्होंने कहा की विदाई का मतलब एक जिम्मेदारी से मुक्त होकर दूसरे जिम्मेदारी की तरफ अग्रसर होना होता हैं जिलाधिकारी ने उपाध्याय जी को अंग वस्त्र पुष्प व भगवान की प्रतिमा सब प्रेम भेंट करते हुए उनको स्वस्थ रहने और उज्जवल भविष्य की कामना की ।
कार्यक्रम में एडीएम वित्त एवं राजस्व प्रदीप कुमार, एडीएम न्यायिक प्रमोद कुमार, अपर एसडीएम न्यायिक राकेश जयंत, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी संचित मोहन तिवारी के साथ साथ कलेक्ट्रेट में काम करने वाले हर वर्ग के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे । एडीएम वित्त एवं राजस्व प्रदीप कुमार ने उपाध्याय जी के कार्यकाल के बारे में विस्तृत जानकारी दी । उन्होंने कहा कि उपाध्याय जी अपने पद से सेवानिवृत हो रहे हैं ना कि हम लोगों के मन से जब भी आवश्यकता होगी उपाध्याय जी कलेक्ट्रेट में अपने अनुभव को शेयर करने के लिए हमारे बीच मौजूद रहेंगे। एडीएम न्यायिक प्रमोद कुमार ने उपाध्याय जी को नए क्षेत्र में कार्य करने की शुभकामना दिया ।
उन्होंने कहा कि आप एक लंबा कार्यकाल कलेक्ट बलरामपुर को दिया है । आपका कार्यकाल आने वाले लोगों के लिए एक प्रेरणा का स्त्रोत रहेगा । अपर एसएमडी न्यायिक राकेश जयंत ने उपाध्याय को शुभकामना देते हुए कहा कि किसी सरकारी कार्य कार्यालय में इतना लंबा समय बिना किसी दाग लगे पूरा कर लेना भी अपने आप में एक बड़ी बात है तो उपाध्याय जी ने अपने कार्यकाल को बड़ी ईमानदारी से बिताया और आज हम लोगों के बीच से विदा हो रहे हैं। विदाई नाम ही अपने आप में एक दुखदाई शब्द होता है, लेकिन यह एक रस्म है जो हम सबको निभाना होता है ।आज उपाध्याय जी सेवानिवृत हो रहे हैं कल हम में से जिसकी बारी आती है उसे होना ही है। मुख्य प्रशासनिक अधिकारी सचिन मोहन तिवारी जी जिनके अनुभव श्री उपाध्याय जी के साथ काफी लंबे समय कर रहा है उन्होंने इस अवसर पर अपनी बात रखी और उपाध्याय जी को एक स्वस्थ जीवन बिताने की शुभकामना दी क्योंकि उपाध्याय जी की सेवानिवृत्ति के बाद उनकी जिम्मेदारी संचित मोहन तिवारी जी को दी गई तो उन्होंने उपाध्याय जी से यह अपेक्षा जरूर की कि आप हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे। श्री उपाध्याय जी ने कलेक्ट्रेट सभागार में मौजूद सभी अधिकारियों कर्मचारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया और माफी भी मांगी। उन्होंने कहा कि इतने लंबे कार्यकाल में हो सकता है जाने अनजाने में मुझ से किसी भी प्रकार की गलती हो गई हो तो आप सभी हमें क्षमा करेंगे, क्योंकि एक कुर्सी पर रहते जो दायित्व हमे सौंपा गया उसका मैं पूर्ण निष्ठा से पालन किया। हो सकता है उसे करने या कराने में कर्मचारियों से मुझे कभी शक्ति वर्तनी भी पड़ी हो तो वह सिर्फ कार्य का एक हिस्सा था। इसी क्रम में सभागार में मौजूद सभी अधिकारी व कर्मचारियों ने श्री उपाध्याय जी को भावभीनी विदाई दिया और उनके उज्जवल और स्वस्थ भविष्य की कामना की। इस कार्यक्रम में बाबूराम पांडे कपिल मदन इरशाद संजय श्रीवास्तव लक्ष्मी नारायण मोतीलाल रवि शुक्ला के साथ-साथ सैकड़ो कर्मचारी मौजूद रहे। इस अवसर पर उपाध्याय जी का परिवार स्प्रेम उन्हें घर ले जाने के लिए कलेक्ट्रेट सभागार भी पहुंचा था। घर पहुंचने पर शिव उपाध्याय जी की पत्नी और उनकी बहू ने उनका आरती उतार स्वागत किया।
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