अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर में 7 सितंबर को मदरसा जामिया अहले सुन्नत फखरूल उलूम के बैनर तले बारह रबीउल अव्वल की तैयारियों से संबंधित मीटिंग का आयोजन जामा मस्जिद ईद गाह बीबी बांदी साहिबा के प्रांगण में किया गया जिसकी अध्यक्षता प्रिंसपिल मदरसा मौलाना अब्दुल वहाब ख़ां ने की। शाबान अली के संरक्षण में आयोजित मीटिंग का संचालन मौलाना सादिक़ हुसैन बरकाती ने किया तथा कार्यक्रम का शुभारंभ तिलावत ए कुरआन से क़ारी अब्दुल बारी ने किया। मदरसा छात्र मोहम्मद अनस ने नात पढ़ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
पूर्व चेयरपर्सन प्रतिनिधि शाबान अली ने बैठक को संबोधित करते हुए सामाजिक समरसता, आपसी भाई चारे और धार्मिक सौहार्द को बनाए रखते हुए मोहसिने इंसानियत के जन्मदिवस के समारोह को मनाने की बात कही। शाबान अली ने कहा कि अल्लाह के प्यारे नबी मोहम्मद (स.अ.) ने हमें मानवता का संदेश दिया है इस लिए हमें जूलूस ए मोहम्मदी (स.अ.) में इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमारे किसी भी कार्य व्यवहार से किसी को भी तकलीफ न होने पाए। हमें अपने किरदार व अमल से मोहब्बत का संदेश देना है। अंत में शाबान अली ने सभी को पैगंबर ए इस्लाम के जन्मदिवस की बधाई दी।
मदरसा अनवारूल क़ुरआन के प्रबंधक डॉक्टर इक़बाल अहमद ख़ां ने अपने संबोधन में कहा कि जश्न ए ईद मिलादुन्नबी (स.अ.) खूब धूम धाम से मनाएं मगर किसी को तकलीफ पहुंचाने वाला कोई कार्य न करें। मौलाना अब्दुल वहाब खां ने बैठक का एजेंडा जहां पढ़ कर सुनाया वहीं मीटिंग के महत्व और आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला। मौलाना नसीम सक़ाफ़ी ने जुलूस ए मोहम्मदी (स.अ.) के वक़ार को कायम रखते हुए इस्लामी वेश भूषा में शामिल रहने का संदेश दिया। हाफिज अहमद रज़ा ने कहा कि जुलूस में डीजे आदि पर अमर्यादित चीज़ें न बजाएं, उत्तेजक नारे न लगाएं, भीड़ में उछल कूद न करें, डांस न करें सिर्फ इस्लामी नारे लगाएं। मौलाना मोहम्मद उमर रज़वी ने एजेंडे पर आधारित अपने उद्बोधन में कहा कि जुलूस ए मोहम्मदी (स.अ.) उलमा की अगुवाई में निकाला जाएगा, सभी जिम्मेदारान खुद जूलूस की निगरानी करेंगे, किसी भी कारण वश अगर कहीं कोई वाद विवाद की स्थिति उत्पन्न होती है तो सभी लोग सब्र से काम लें, उत्तेजित न हों, जिम्मेदारान को सूचित करें और सौहार्दपूर्ण वातावरण में समस्त कार्यक्रम को संपन्न कराने में एक अच्छे नागरिक होने की भुमिका निभाएं। हाफिज अनवार अहमद उर्फ़ शब्बू हाफिजजी ने बैठक में आए सभी अतिथियों को सराएंगेट नवजवान कमेटी के द्वारा वीर विनय चौराहे से चौक बाज़ार तक होने वाली सजावट आदि की संपूर्ण जानकारी दी। ख़ाक सार के ज़िम्मेदार ढोड़े पहलवान ने जुलूस की सुरक्षा की तैयारियों की विस्तृत जानकारी दी।
मौलाना अबुल वहाब ख़ां ने जुलूस ए मोहम्मदी (स.अ.) के बाबत बताया कि रात का जुलूस बाद नमाज़ ईशा मोहल्ला नौशहरा बड़ी ईदगाह से निकलेगा जिसका समापन चौक बाज़ार में होगा इसके अलावा दिन का जुलूस सुबह आठ बजे के क़रीब मोहल्ला नौशहरा बड़ी ईदगाह से निकलेगा जो पारंपरिक मार्गों से होता हुआ बलरामपुर तुलसीपुर प्राइवेट बस स्टॉप पर समाप्त होगा। अंत में मौलाना वहाब ख़ां नेअतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। सलात व सलाम के बाद मौलाना नसीम सक़ाफी की दुआ पर मीटिंग का समापन हुआ।
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