अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने मंगलवार को नगर पालिका परिषद उतरौला का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पालिका परिषद के विभिन्न पटलों का गहनता से निरीक्षण करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश अधिशासी अधिकारी को दिया। डीएम ने पालिका परिषद में चल रहे निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया और मौके पर गुणवत्ता को परखा और समय के भीतर कार्य पूरा करने का निर्देश संबंधित अभियंता को दिया। जिलाधिकारी के पालिका परिषद पहुंचने पर परिषद के कर्मचारियों द्वारा बुके भेंट करने का प्रयास किया गया जिसको जिलाधिकारी में स्पष्ट रूप से मना कर दिया और कहा कि निरीक्षण करने आए हैं किसी मीटिंग में नहीं।
10 सितंबर को जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने नगर पालिका परिषद उतरौला का निरीक्षण किया । इस दौरान सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया और सफाई व्यवस्था देख रहे पटल कर्मचारी को यह निर्देश दिया कि जिन स्थानों पर सफाई चल रही है उस जगह का एक रजिस्टर में अंकना करें और जल निकासी सहित कूड़े का निस्तारण करने का निर्देश ईओ को दिया। डीएम ने निर्माण से संबंधित पत्रावली का गहनता से निरीक्षण किया तथा दीन दयाल योजना के अन्तर्गत एक करोड़ पचास लाख से श्री दुख:हरण नाथ मंदिर पोखरे के निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण कर निर्माण कार्य व गुणवत्ता की जांच की। जिलाधिकारी ने अंबेडकर चौराहे से गोंडा मोड़ पर बनी सड़क के निरीक्षण के साथ साथ कृषि संभागीय विभाग के परिसर में निर्मित होने वाली पानी की टंकी के भूमि का निरीक्षण किया। डीएम ने नगर पालिका में प्रकाश व्यवस्था, लेखा, जन्म मृत्यु,आस्थायी गौशाला, पेयजल, अभिलेख, ईंधन सहित संबंधित अन्य पटल का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिया और कहा कि जनता की समस्याओं के निस्तारण में लापरवाही बरतने वालों पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने मौजूद सभासदों व अन्य लोगों को बाहर कर दिया और निर्माण संबंधी पत्रावली साथ लेकर गए जो एक यक्ष प्रश्न है। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी उतरौला अवधेश कुमार, अधिशासी अधिकारी राजपति वर्मा, नगर पालिका अध्यक्ष सविता गुप्ता,अनूप गुप्ता, उमाशंकर सिंह, नीरज कुमार गुप्ता, भुवन चन्द द्विवेदी सहित पालिका परिषद के कर्मचारी मौजूद रहे।
डीएम पवन अग्रवाल ने निरीक्षण के मौके पर पहुंचने पर नगर पालिका द्वारा स्वागत में बुके भेंट करना चाहा जिसे डीएम ने इंकार कर दिया और कहा कि निरीक्षण करने आए हैं किसी मीटिंग में नहीं।
निरीक्षण के दौरान मौजूद सभासदों तथा अन्य लोगों को बाहर कर दिया गया।निरीक्षण के दौरान निर्माण संबंधी पत्रावली अपने साथ ले गए जो चर्चा का विषय बना हुआ है।
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