अखिलेश्वर तिवारी/आलोक गुप्ता
जनपद बलरामपुर के तहसील उतरौला अंतर्गत ग्राम पंचायत शेरगंज ग्रंट के मौजा हैदरडीह में लगभग 1 वर्ष पहले करीब 10 साल के बच्चे की तालाब में नहाते समय संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी। इस घटना से गांव में दहशत व्याप्त था। पीड़ित के अथक प्रयास के बाद पुलिस और प्रशासन ने बुधवार को बच्चे के शव को पुनः बाहर निकाल कर जांच करने का निर्णय लिया।
4 सितंबर को दोपहर करीब 1:30 बजे उप जिलाधिकारी उतरौला अवधेश कुमार की उपस्थिति में शव को जमीन से बाहर निकाला गया। इस प्रक्रिया के दौरान स्थानीय पुलिस और फोरेंसिक टीम भी मौके पर मौजूद थी। प्रशासन ने इस कदम को जांच की प्रक्रिया का हिस्सा बताया है, जिसके माध्यम से इस मामले में नए सुराग खोजे जा सकते हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रामवासी मोहम्मद सलीम के करीब 10 वर्ष के बच्चे का तालाब में नहाते समय डूब जाने से मृत्यु हो गई। बताया जाता है कि उस समय उस बच्चे के साथ गांव के ही चार-पांच बच्चे और नहा रहे थे। मोहम्मद सलीम को गांव के दो लोगों पर अपने बच्चे को नाटकीय ढंग से मारने का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार की। इस प्रक्रिया में करीब 1 वर्ष बाद पीड़ित की मेहनत रंग लाई और अधिकारियों द्वारा उसकी जांच के संबंध में कार्रवाई शुरू की गई । इस संदिग्ध मौत की घटना ने गांव के लोगों में उस समय गहरा प्रभाव डाला था, और अब इस ताजा कार्रवाई ने पुरानी यादों को फिर से ताजा कर दिया है। ग्रामीणों की उत्सुकता और चिंताएं इस मामले में और भी बढ़ गई हैं।
बच्चे की मौत के कारणों का अब तक कोई स्पष्ट पता नहीं चल पाया था, इसलिए शव को बाहर निकालकर दोबारा जांच करने का निर्णय लिया गया है। पुलिस और फोरेंसिक विशेषज्ञों का मानना है कि इससे नए तथ्य सामने आ सकते हैं, जो इस मामले की गुत्थी को सुलझाने में मददगार हो सकते हैं ।प्रशासनिक अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से संयम बरतने और जांच प्रक्रिया में सहयोग करने की अपील की है। पुलिस इस मामले में हर पहलू की गहन जांच कर रही है, ताकि बच्चे की मौत के सही कारणों का पता लगाया जा सके और दोषियों को सजा दिलाई जा सके। गांव में इस घटना के बाद से माहौल थोड़ा अस्थिर है, और लोग उम्मीद कर रहे हैं कि इस जांच के बाद बच्चे की मौत का रहस्य सामने आएगा और पीड़ित को न्याय मिल सकेगा।
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