Anti corruption team : भ्रष्टाचार पर लगातार नकेल कसने के बावजूद भी भ्रष्टाचार कम होने का नाम नहीं ले रहा है। एक के बाद एक मामले में कार्रवाई होने के बावजूद भी भ्रष्टाचारी अपने आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। भ्रष्टाचार निवारण संगठन के अलग-अलग इकाई ने अलग-अलग स्थान से दो सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
उत्तर प्रदेश के भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई बांदा ने हमीरपुर में तैनात अवर अभियंता को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है, तो वही भ्रष्टाचार निवारण संगठन उत्तर प्रदेश के इकाई अयोध्या ने अमेठी में तैनात राजस्व कर्मी को रंगे हाथों दबोच लिया है।
अवर अभियंता गिरफ्तार
एंटी करप्शन टीम बांदा ने 9 सितंबर को लोक निर्माण विभाग कार्यालय में तैनात अवर अभियंता रमेश गुप्ता को दस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक अवर अभियंता रमेश गुप्ता ने विभाग में जमा हुए सिक्योरिटी मनी को वापस कराए जाने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहे थे। मामले में पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम से संपर्क करके अवर अभियंता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। टीम ने मामले में जांच कराया तो शिकायतकर्ता का आरोप सही पाया गया जिसके बाद अवर अभियंता की गिरफ्तारी के लिए टीम ने जाल बिछा दिया। लोक निर्माण विभाग हमीरपुर में तैनात अवर अभियंता के कार्यालय में शिकायतकर्ता ने जैसे ही रिश्वत की रकम थमाई, टीम के सदस्यों ने तत्काल रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। मामले में अवर अभियंता के खिलाफ स्थानीय पुलिस में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।
राजस्व कर्मी गिरफ्तार
शिकायतकर्ता ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन से संपर्क करके अमेठी में तैनात राजस्व कर्मचारी की शिकायत दर्ज कराई थी। मामले में भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई अयोध्या ने कार्रवाई करते हुए राजस्व विभाग के पेशकार को पांच हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक राजस्व विभाग के पेशकार योगेश कुमार श्रीवास्तव ने शिकायतकर्ता से स्टे खारिज कराने के एवज में पांच हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी इसके बाद अलर्ट हुई टीम ने अमेठी के उपजिलाधिकारी न्यायालय कक्ष से रिश्वत लेते हुए राजस्व विभाग के पेशकार को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पेशकार के खिलाफ भी स्थानीय पुलिस में अभियोग पंजीकृत कराया गया है।
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