आनंद गुप्ता
पलिया कला खीरी। नगर पलिया में गर्मी में जहां आदमी को पानी का अनमोल अहसास होता है,उसी प्रकार बेजुबान लावारिस घूम रहे जानवरों को पानी न मिल पाने और पशु नाले नालियों का गंदा पानी पीकर प्यास बुझाने को मजबूर होते दिखते हैं. ऐसे में एक अनोखी पहल युवा व्यापारी अध्यक्ष गौरव अग्रवाल और उनकी पूरी टीम ने की है. शहर के प्रतिष्ठान और घरों के बाहर नांद रखी जा रही है और उस नांद में पानी भरकर बेजुबानों की प्यास बुझाने का काम किया जा रहा है नांद में पानी की व्यवस्था की जिम्मेदारी चिंटू पूरी गौ रक्षक और उनकी टीम ने ली है ।
युवा व्यापार मंडल के अध्यक्ष गौरव अग्रवाल ने बताया कि लगातार हमारी टीम, चिंटू पूरी गौरक्षक अध्यक्ष की सहायता से शहर के प्रतिष्ठानों, घरों और मंदिरों के बाहर नांद रख रही है. इस भीषण गर्मी में जब इंसानों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है, तो बेजुबान जानवरों का क्या हाल होता होगा. हमने गाय, कुत्ते और अन्य पशुओं को पानी के लिए भटकते हुए देखा है. तब से हमारे मन में एक विचार आया कि बेजुबान जानवरों की प्यास बुझाने के लिए नांद रखनी चाहिए और ऐसे में हमारे महामंत्री आदित्य मौर्य और कोषाध्यक्ष मनीष अरोड़ा व युवा टीम मिलकर नांद की व्यवस्था करते जा रहे है! इसके साथ ही हम लोगों से आग्रह भी करते हैं कि आप भी बेजुबान जानवरों की मदद के लिए आगे आए
पूरे शहर में करीब 31 सीमेंट की नांदें रख चुके है
इस भीषण गर्मी में इंसान पानी के लिए परेशान हो सकता है, तो बेजुबान जानवर भी प्यास बुझाने के लिए परेशान होते हैं. इसी सोच के साथ युवा व्यापार मंडल ने शहर भर में बेजुबान जानवर गाय कुत्ते और अन्य जानवरों की प्यास बुझाने के लिए नांद रखकर उसमें पानी भरा जा रहा है, ताकि सड़कों से निकलने वाले बेजुबान जानवर उस पानी को पीकर अपनी प्यास बुझा सके. युवाओं की माने तो शहर भर में अभी तक उन्होंने करीब 31 सीमेंट की नांदें प्रतिष्ठानों, मंदिर और घरों के बाहर रखी जा चुकी है, जिसमें वहा के मेंबर और चिंटू पूरी और उनकी टीम को पानी भरने की भी जिम्मेदारी सौंप दी गई है. सड़कों से आने जाने वाले जानवर उस पानी को पी कर अपनी प्यास बुझा रहे हैं.
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