उत्तर प्रदेश के फतेहगढ़ में रेलवे ट्रैक पर आम की लकड़ी रखकर आरोपियों ने ट्रेन को पलटाने की पूरी कोशिश की थी, गनीमत यह रही कि ट्रेन चालक अपने समझदारी दिखाते हुए ट्रेन को नियंत्रित कर लिया था। मामले में जांच के उपरांत जहीर अहमद खान पुत्र स्व० फैरुल्लाह खान सीसीई ने स्थानीय पुलिस में साजिश रचने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ 24 अगस्त को मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपी दिल्ली भागने वाले थे लेकिन पुलिस ने धर दबोचा।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक रेल मार्ग पर फतेहगढ़ के कायमगंज कोतवाली क्षेत्र में अज्ञात लोगों ने अनाधिकृत रूप से रेल लाइन पर आम की लकड़ियां रखकर ट्रेन से सफर कर रहे यात्रियों के लिए जान माल का संकट उत्पन्न कर दिया था। मामले में कायमगंज पुलिस में रेलवे एक्ट की धारा 150 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था।
दो गिरफ्तार
जांच के दौरान पुलिस को कायमगंज कोतवाली अंतर्गत अरियारा गांव के रहने वाले देव सिंह पुत्र कमलेश कुमार और मोहन कुमार उर्फ सोंटी पुत्र मनीराम कश्यप का नाम प्रकाश में आया। पुलिस ने मामले में बीएनएस 327(1) धारा की बढ़ोत्तरी करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
खूब गिड़गिड़ाए आरोपी
पुलिस के गिरफ्त में आने के बाद आरोपी अपनी गलती की माफी मांगने लगे। आरोपियों ने बताया कि रात के 9:00 बजे खेत में पहुंचे थे, वहां मौके पर कोई नहीं था। खेत के पास प्रमोद के खेत में लगे आम के पेड़ के नीचे आम की लकड़ी रखी हुई थी। उसको उठाकर रेलवे लाइन पर रख दिए थे।
ख्याति पाना चाहते थे आरोपी
पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि रेल को पलटाने के बाद हम लोग ख्याति चाहते थे। इसलिए आम के लकड़ी के टुकड़े को रेलवे लाइन पर पलट दिया था। लेकिन रेल गाड़ी नहीं पलटी थी।
भाग रहे थे दिल्ली
आरोपियों ने बताया कि मामले में जब जांच पड़ताल शुरू हुई तो हम लोग डर गए, इसलिए हम दोनों दिल्ली भाग जाने वाले थे, लेकिन आपने पकड़ लिया। अब ऐसी गलती नहीं होगी।
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