उत्तर प्रदेश की बरेली पुलिस ने तमाम प्रयासों के बाद सीरियल किलर को गिरफ्तार कर लिया है। बीते 14 माह में किलर ने चुन चुन कर उम्रदराज महिलाओं की हत्या की थी। हत्या करने के बाद आरोपी महिलाओं के कपड़े से ही उनका गला बांधकर गांठ लगा देता था। आरोपी के गिरफ्तारी के बाद पुलिस के पूछताछ में हत्या करने के कारणों का हैरानी भरा खुलासा हुआ है। सीरियल किलर ने बताया कि वह प्रत्येक उम्रदराज महिलाओं में अपनी मां की छवि देखा था, इसलिए वह उनकी हत्या कर देता था।
रायबरेली की शाही पुलिस ने वर्ष 2023 24 में महिलाओं के हत्या करने वाले सीरियल किलर को कड़ी मशक्कत के बाद गिरफ्तार कर लिया है। सीरियल किलर उम्रदराज महिलाओं को सुनसान स्थान पर ले जाकर के गला घोट कर हत्या कर देता था। मामले में शीशगढ़ और शाही थाना में मुकदमा दर्ज है।
22 टीमों का गठन
आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक के कैंप कार्यालय पर एक वार रूम की स्थापना करके ऑपरेशन तलाश नामक अभियान चलाया जा रहा था। जिले के तेज तर्रार पुलिस कर्मियों को छाँटकर 22 टीमों का गठन किया गया था।
खंगाले गए सीसीटीवी कैमरे
आरोपी तक पहुंचने के लिए पुलिस ने 25 किलोमीटर क्षेत्र में चारों तरफ 1500 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले, इसके अतिरिक्त 619 सीसीटीवी कैमरे चारों तरफ लगाए गए थे।
महाराष्ट्र में किया अध्ययन
क्षेत्र में निगरानी करने के लिए पुलिसकर्मी बिना वर्दी के सादे वस्त्रों में निरंतर घूमते रहते थे, लगातार लोगों को सतर्क किया जाता था। पूर्व में हुई ऐसी घटनाएं जिनका खुलासा हो गया है, ऐसे अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीमों को गैर प्रांत महाराष्ट्र आदि भेज कर सभी बिंदुओं पर अध्ययन किया गया। इसके अलावा लगभग डेढ़ लाख मोबाइल नंबरों का डाटा खंगाला गया।
डॉक्टरों से विचार विमर्श
25 किलोमीटर के दायरे में आसपास गांव के मतदाता सूची को प्राप्त कर ऐसे लोगों को चिन्हित कर निगरानी की गई, जिन्होंने अपने जीवन काल में किसी कारण से साइकोलॉजी विशेषज्ञ से परामर्श लिया था। इसके साथ ही साइकोलॉजी विशेषज्ञ से ऐसे मनोवृत्ति वाले अपराधियों के बारे में समझाने का प्रयास किया गया। मामले में पुलिस ने आरोपी का स्क्रैच भी जारी किया।
मुखबिर खास के सूचना पर गिरफ्तार
शाही पुलिस ने मुखबिर खास के सूचना पर जारी किए गए स्क्रैच के आधार पर कुलदीप पुत्र बाबूराम को शाही थाना क्षेत्र के बुझिया माइनर से बुझिया जागीर के तरफ जाने वाले रास्ते से मठिया के पास से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपी ने अपने अपराधों को स्वीकार करते हुए हत्या करते हुए हत्या के कारणों को बताया है।
उम्रदराज महिलाओं से नफरत
नवाबगंज थाना क्षेत्र के वाकरगंज गांव के रहने वाले आरोपी कुलदीप ने बताया कि उसकी दो सगी बहनें हैं, उसके मां की मृत्यु हो चुकी है। उसके पिता बाबू राम ने एक पत्नी होते हुए भी दूसरी महिला से विवाह किया था। पिता बाबूराम उसकी सगी मां से सौतेली मां के कहने पर मारता पीटता था। जिससे आरोपी किलर अपनी सौतेली मां के प्रति विद्वेष का भाव रहता था।
पत्नी ने छोड़ा
आरोपी कुलदीप ने बताया कि वर्ष 2014 में उसका विवाह हुआ था। उससे भी अपेक्षा पूर्ण व्यवहार करने से विवाद होता था, जिसके कारण से पत्नी के साथ मारपीट करता था। आरोपी के हिंसक प्रवृत्ति के कारण कुछ वर्ष बाद पत्नी ने उसको छोड़ दिया। इन्हीं कर्म से वह नशा आदि का सेवन करने लगा। घर से निकाल कर बाकरगंज के जंगल और गांव-गांव में भटकने लगा।
घटना को अंजाम देने का तरीका
सीरियल किलर कुलदीप ने बताया कि शाहपुर थाना क्षेत्र के कुल्छा, आनंदपुर,खरसैनी, बुझिया,जागीर और थाना शीशगढ़ के लखीमपुर,जगदीशपुर गांव में हुई महिलाओं की हत्याओं को को स्वीकार करते हुए बताया कि उसके दिमाग में महिलाओं के प्रति कुन्ठा है, महिलाओं से हमेशा बदले की भावना रहती है। इसलिए बात सुनसान वह निर्जन रास्तों पर अकेली महिला को देखकर हमला करता था।
तब नही करता था हत्या
आरोपी ने बताया की हत्या करने से पूर्व वह इस आशय की पुष्टि करता था कि महिला का पीछा करते हुए किसी ने उसे देखा तो नहीं है, किसी ने उसको देख लिया तो वह घटना को अंजाम नहीं देता था।
गन्ना के खेत में ही करता था हत्या
आरोपी ने बताया कि गन्ने के खेत में आड़ होती है, इसीलिए सभी घटनाएं करने के खेत में की है। गन्ने के खेत में 10 5 मीटर अंदर चले जाने के बाद खेत के बाहर से अंदर का व्यक्ति दिखाई नहीं पड़ता है।
हत्या के बाद गले में गांठ
आरोपी ने बताया कि हत्या करने के बाद वह महिलाओं के दुपट्टे या साड़ी से उन्हीं के गले में कस कर गांठ बांध कर यह देखा था कि जिंदा बची है या मौत हो चुकी है। अगर जो कुछ भी सांस बची हुई है तो गला कसने से वह भी बंद हो जाए।
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