झांसी में शिक्षामित्र, कानपुर नगर में प्रधानाध्यापक गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश में शिक्षकों के कारनामे भी देखने को मिलने लगे हैं। अलग अलग जनपदों में महज दो दिनों के भीतर एक शिक्षामित्र और एक प्रधानाध्यापक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
दो दिन पहले झांसी में शिक्षामित्र को तीन हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार करने के बाद अब
कानपुर नगर में तैनात प्रधानाध्यापक को एंटी करप्शन टीम ने पांच हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
झांसी में शिक्षामित्र गिरफ्तार
प्राप्त जानकारी के मुताबिक 28 अगस्त को एंटी करप्शन टीम इकाई झांसी ने कार्यालय नगर शिक्षा अधिकारी मऊरानी से शिक्षा मित्र को तीन हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। दरअसल बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए शिकायतकर्ता से शिक्षामित्र ने तीन हजार रुपए की मांग की थी। तब शिकायतकर्ता ने एंटी करप्शन टीम से संपर्क करके पूरी बात बताई थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए एंटी करप्शन टीम प्रभारी ने आरोपी शिक्षामित्र के गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन करके शिक्षा कार्यालय मऊरानी के लिए रवाना कर दिया था। शिकायतकर्ता से तीन हजार रुपए रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने धर दबोचा। मामले में टीम ने शिक्षामित्र मनीष कुमार तिवारी को गिरफ्तार करते हुए स्थानीय पुलिस में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।
प्रधानाध्यापक गिरफ्तार
कानपुर नगर में तैनात शिक्षा विभाग के प्रधानाध्यापक को भ्रष्टाचार निवारण संगठन उत्तर प्रदेश के कानपुर इकाई ने शिक्षा विभाग के प्रधानाध्यापक राम प्रकाश को पांच हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। प्रधानाध्यापक राम प्रकाश ने कानपुर नगर के महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज भदद्वारा में संविदा का पदभार ग्रहण करवाने के एवज में शिकायतकर्ता से पांच हजार रुपए की मांग की थी। मामले में शिकायतकर्ता ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई कानपुर से संपर्क करके शिकायत दर्ज कराई थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी प्रधानाध्यापक को गिरफ्तार करने के लिए पहुंची टीम ने प्रधानाध्यापक को उनके कार्यालय में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। मामले में टीम ने प्रधानाध्यापक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।
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