कानपुर:रक्षाबंधन के दिन भाई के राखी नहीं बंधवाने से नाराज बहन ने मौत को गले लगा लिया। जिससे परिवार में पावन त्यौहार के मौके पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। बहन जब राखी बांधने की तैयारी में थी तब भाई ने कहा कि अभी भाद्र काल चल रहा है, इतना इतना बोल कर वह राखी बंधवाने से मना करते हुए घर से बाहर चला गया। भाई के इस बात से बहन आहत हो गई। इसके बाद उसने अपना जीवन खत्म करने का फैसला कर लिया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कानपुर क्षेत्र अंतर्गत साढ़ थाना क्षेत्र के बैजूपुर गांव में रक्षाबंधन के दिन 14 वर्षीय बहन शुभी ने अपने भाई से नाराज होकर मौत को गले लगा लिया है। मामले की जानकारी होने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम रवाना करने के उपरांत जांच पड़ताल शुरू कर दिया है।
क्या था मामला
मामले में बताया जाता है कि बैजूपुर गांव के रहने वाले शोभित और उसकी 6 वर्ष छोटी बहन शुभी में बीते कुछ दिनों से किसी बात को लेकर अनबन था। रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने के लिए शोभित को अपनी मां को लेकर अपने ननिहाल जाना था। शोभित जब अपनी मां को लेकर ननिहाल जाने के लिए निकलने लगा तो, शुभी ने रक्षाबंधन बांधने के लिए कहा, जिस पर शोभित ने कहा कि अभी भद्रा काल चल रहा है। वह मामा के घर से लौट कर आएगा तब राखी बंधवा लेगा।
बहन ने लगा ली फांसी
राखी बंधवाने से इनकार करने की बात से सुभी इतनी नाराज हो गई कि,उसने खौफनाक कदम उठा लिया। कमरे में जाकर पंखे के कुंडे से दुपट्टे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। ननिहाल से वापस लौटने के बाद शोभित घर में बहन को फांसी के फंदे से लटकता हुआ पाया। मामले में स्थानीय पुलिस को जानकारी उपलब्ध कराई।
बोले एसीपी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एसीपी रंजीत कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में है, मृतका के भाई शोभित ने स्वयं पुलिस को जानकारी दी है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया गया है, मामले की जांच की जा रही है।
जानिए भद्रा
हिंदू पंचांग व ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक भद्रा काल में शुभ कार्य वर्जित होता है। इस दौरान रक्षाबंधन कतई नहीं बांधा जाता है, कहा जाता है कि शूर्पणखा ने भद्रा काल के दौरान ही रावण को रक्षा सूत्र बांधा था।
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