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एनकाउंटर में बदमाश ढेर, मुख्तार अंसारी और शहाबुद्दीन के लिए काम करता था बदमाश, एक लाख का था इनाम



उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने एक लाख के इनामी बदमाश को एनकाउंटर में मार गिराया है। बदमाश के खिलाफ लगभग 40 मुकदमे दर्ज हैं। बदमाश पंकज यादव पर कांटेक्ट लेकर हत्या करने का भी आरोप है।

यूपी एसटीएफ ने मथुरा में एक लाख के इनामी बदमाश को encounter में मार गिराया है। बदमाश मुख्तार अंसारी का शूटर था, पुलिस ने उसके ऊपर एक लाख का इनाम घोषित किया था। पुलिस बदमाश की तलाश में थी, लेकिन उसका पता नहीं चल पा रहा था। मुठभेड़ में मारे गए बदमाश के विरुद्ध 40 मुकदमे दर्ज बताए जाते हैं। 





उत्तर प्रदेश के मथुरा में यूपी एसटीएफ ने मुठभेड़ में एक लाख के इनामिया बदमाश को मार गिराया है। एसटीएफ को जानकारी मिली थी कि बदमाश कि यहां मौजूदगी है, बदमाश के तलाश में पुलिस ने घेराबंदी शुरू की तो बदमाश ने पुलिस के गिरफ्त में खुद को फंसता देख ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। बदमाश के फायरिंग का जवाब देते हुए पुलिस ने भी फायरिंग की जिससे बदमाश पंकज यादव वहीं पर ढेर हो गया। इस दौरान बदमाश के साथ मौजूद एक अन्य साथी मौके से भाग निकला।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार तड़के एसटीएफ के डिप्टी एसपी धर्मेंद्र शाही मुखबिर खास की सूचना पर अपनी टीम के साथ मथुरा के फरह क्षेत्र में पहुंचे थे, उन्हें जानकारी मिली थी कि 1 लाख का इनामी बदमाश मथुरा में है, मथुरा के फरह क्षेत्र से उसे पकड़ा जा सकता है। इसके बाद एसटीएफ टीम ने घेराबंदी शुरू कर दी। तब बदमाश पंकज यादव ने खुद को पुलिस के गिरफ्त में आता देख पुलिस पर फायर झोंक दिया। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए बदमाश पर भी गोलियां चलाई। पुलिस की गोली लगते ही हिस्ट्रीशीटर पंकज यादव धराशाई हो गया। पुलिस टीम के द्वारा बदमाश को तत्काल इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बदमाश के साथ मौजूद उसका साथी मौके से भाग निकला है, पुलिस उसकी भी सरगर्मी से तलाश कर रही है। पुलिस ने मौके से एक पिस्टल, कारतूस और मोटरसाइकिल बरामद किया है। 

आरोपी का आपराधिक इतिहास 

मऊ जिले के रानीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत तिलहरपुर गांव का रहने वाला पंकज यादव गैंगस्टर मुख्तार अंसारी और बिहार के मोहम्मद शहाबुद्दीन के अलावा अन्य कई गिरोह में काम कर चुका है। उसके खिलाफ 40 से अधिक मुकदमों में हत्या, लूट, डकैती, रंगदारी जैसे गंभीर आरोप थे।

15 वर्ष पूर्व पुलिसकर्मी सतीश व मऊ के मन्ना सिंह हत्याकांड में गवाह रहे राम सिंह का हत्यारोपी था।

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