उत्तराखंड के हरिद्वार में भारी वर्षा ने अपना रौद्र रूप दिखाया, जिससे सूखी नदी में सैलाब आ गया, सूखी नदी में खड़ा हुआ ट्रक नदी के सैलाब में बह गया, हालांकि बरसात थमने के बाद उसे खोज कर निकाल लिया जाएगा। नदी में ट्रक के बहने का वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को हरिद्वार के खड़खड़ी क्षेत्र की सूखी नदी में कावड़ श्रद्धालुओं को उतारने के बाद ट्रक खड़ा कर दिया गया था। इसके बाद बरसात शुरू हो गया, और सूखी नदी में सैलाब आ गया। जो अपने साथ ट्रक को भी बहा ले गया। पानी के बहाव में बहते हुए ट्रक का वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है।
बताते चलें कि बीते 25 जून को भी भारी बरसात हुई थी, इस दौरान भी नदी में उसी स्थान से 8 चौपहिया वाहन पानी के सैलाब में बह गए थे, जिन्हें बरसात के थमने के बाद जेसीबी और क्रेन के जरिए नदी से बाहर निकाल लिया गया था। अच्छा यह रहा की ट्रक से सभी कावड़ श्रद्धालु ट्रक से उतरकर जल लेने के लिए रवाना हो गए थे, श्रद्धालुओं के ट्रक से उतरने के काफी देर बाद मौसम ने करवट बदल लिया। वही बताया जा रहा है कि कावड़ श्रद्धालुओं के भोजन आदि की सारी व्यवस्था ट्रक के अंदर ही मौजूद थी। जो ट्रक के साथ बह गई।
बताया जाता है कि बुधवार को हुए भारी बरसात से भूपतवाला हरिद्वार के ज्वालापुर और कनखल की कई कॉलोनियां जलमग्न हो गई है। बुधवार को लगभग 2 घंटे हुई मूसलाधार बरसात से क्षेत्र के तमाम स्थानों पर जलभराव देखने को मिला है, इसी बरसात ने भारी भरकम कांवड़ियों के ट्रक को अपने साथ बहाकर इधर से उधर कर दिया है।
बताया जाता है कि हरियाणा के रहने वाले कावड़ यात्रियों को ट्रक ले करके हरिद्वार पहुंचा था, हालांकि अभी इस आशय की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है।
हरिद्वार में हुए भारी वर्षा से नया हरिद्वार, भूपतवाला हरिद्वार, ज्वालापुर और कनखल सहित कई जगहों पर पानी भर जाने के कारण से प्रशासन ने कावड़ यात्रियों के रास्ते में बदलाव भी किया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खड़खड़ी चौकी प्रभारी संजीत कंडारी ने मीडिया को बताया कि नदी में ट्रक के बह जाने के बारे में उन्हें जानकारी नहीं मिली है, चौकी प्रभारी ने मीडिया से यह भी बताया कि भारी बरसात के बाद पहाड़ों से पानी का तेजी से आना जारी है, बरसात रुकने के बाद यदि ऐसी बात सामने आती है तो ट्रक को पानी से बाहर निकाला जाएगा।
बता दे की यह बरसाती नदी है, ज्यादा से ज्यादा समय इस नदी में पानी नहीं रहता है, पार्किंग के शुल्क से बचने के लिए लोग अपनी गाड़ियों को सुखी नदी में पार्क कर देते हैं, वही पार्किंग तक आने और जाने के दौरान वाहनों को भारी भीड़ का भी सामना करना पड़ता है। बरसात हो जाने पर सूखी नदी में तेजी से पानी आ जाता है, जो सूखी नदी में खड़ी गाड़ियों को अपने साथ बहा ले जाता है, इसी वजह से 25 जून को भी पानी में आठ गाड़ियां बह गई थी।
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