वन विभाग ने नाइट विजन कैमरे लगाकर निगरानी की शुरू
एकलब्य पाठक
ईसानगर-खीरी:उत्तर खीरी वन रेंज धौरहरा क्षेत्र में हिंसक तेंदुओं की दहशत थमने का नाम नहीं ले रही है। एक तरफ जहां वन विभाग पिजंडे लगाकर तेंदुओं को पकड़ने के लिए कड़ी मशक्तत कर रहा है वही आये दिन कोई न कोई नया तेंदुआ क्षेत्र में आकर नित नई घटना को अंजाम देकर दहशत फैला रहा है। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए सोमवार को ईसानगर क्षेत्र के मिश्रगाव जमदारी के पास तेंदुए ने एक गाय को मौत के घाट उतार दिया,जिसको देख उसी मार्ग से गुजर रहे ग्रामीण खौफजदा हो गए। जिसकी सूचना पाकर वन विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने को कह नाइट विजन कैमरे लगाने का काम शुरू कर दिया है।
धौरहरा वन रेंज कई वर्षों से तेंदुओं का गढ़ बना हुआ है,आये दिन तेंदुआ घाघरा नदी पार कर खेतों के बाद रिहायशी इलाके में पहुचकर आमजन के लिए मुसीबत बन हुए है। पर आज तक वन विभाग इन तेंदुओं से आमजन को हमेशा के लिए छुटकारा दिलाने का कोई उचित उपाय नहीं खोज पाया जिसके चलते आये दिन तेंदुए आये दिन एक नई घटना को अंजाम देकर लोगों में दहशत फैलाएं हुए है। इसी क्रम में ईसानगर क्षेत्र के मिश्रगाव जमदरी के पास पहुचे तेंदुए ने एक गाय के बछड़े को निवाला बना लिया। जिसको देख भयभीत ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुचे वन रक्षक उत्तम कुमार पाण्डेय ने लोगों से जानकारी एकत्रित कर खेतों में मिले पगचिन्हों के अनुसार अभी तक यह पुष्टि नहीं कर पाई कि क्षेत्र में तेंदुआ है या कोई अन्य जंगली जानवर। फिलहाल क्षेत्र मे जंगली जानवर होने के सम्बंध में उच्च अधिकारियों को अवगत कराकर लोगों से सावधानी बरतने को कहा।
वन विभाग की टीम पहुची मौके पर लगाए नाईट विजन कैमरे
तेंदुए की आमद होने की ग्रामीणों से सूचना पाकर वन क्षेत्राधिकारी एनके चतुर्वेदी की देखरेख में मौके पर पहुचे वन रक्षक उत्तम कुमार पाण्डेय,वन दरोगा नरेंद्र सिंह समेत अन्य वनकर्मी मौके पर पहुचे जहां सघन निरीक्षण कर मिले पगचिन्हों के आधार पर नाइट विजन दो कैमरे खेत मे लगाकर यह जानने का प्रयास शुरू कर दिया है,कि खेतो में घूम रहा हिंसक जानवर तेंदुआ है या कुछ और ? वही ग्रामीण पंकज भागर्व,सत्तार,रामगुलाम,राकेश, सर्वेश दुर्गेश आदि के द्वारा वन क्षेत्राधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर तेंदुआ होने की बात कह जल्द ही उसे पकड़वाने की गुहार लगाई गई है। बताया यह भी जा रहा है कि खेतों में तेंदुआ ही है,जिसने एक गाय के बछड़े को मौत के घाट उतार दिया है। वही वन क्षेत्राधिकारी एनके चतुर्वेदी ने बताया की जो भी जानवर है उसकी गतिविधि जानने के लिए नाइट विजन कैमरा लगाए गए हैं,कैमरे में कैद होने के बाद ही उसको पकड़ने की क़वायद शुरू की जाएगी।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ