कमलेश
खमरिया-खीरी:दुग्ध उत्पादन मे धौरहरा क्षेत्र के बेलवामोती दुग्ध समिति के संचालक वरूण यशपाल चौधरी को उत्तर प्रदेश मे इस बार भी प्रथम स्थान मिला है। उन्हे पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री ने गोकुल अवार्ड देकर सम्मानित किया। वरूण चौधरी को यह पुरस्कार सातवीं बार मिला है। उनको यह पुरस्कार मिलने से क्षेत्र में खुशी की लहर है। लोगों का मानना है कि दुग्ध उत्पादन में लगातार सातवीं बार उत्तर प्रदेश मे प्रथम स्थान हासिल कर बेलवामोती दुग्ध समिति के संचालक वरूण चौधरी ने क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
धौरहरा क्षेत्र के बेलवामोती गांव निवासी व सपा नेता वरुण यशपाल चौधरी को मंगलवार को दुग्ध उत्पादन में सातवीं बार प्रदेश में पहला स्थान मिला है। उन्हे लखनऊ में पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने गोकुल अवार्ड और 2 लाख का चेक देकर सम्मानित किया। वरूण चौधरी पूर्व मंत्री यशपाल सिंह चौधरी के पुत्र है। वह परास्नातक है,श्री चौधरी कृषि के साथ पशुपालन भी करते है और चौधरी बेचेलाल कृषि महाविद्यालय रसूलपुर के प्रबंधक भी हैं। वरूण चौधरी बताते है,कि कृषि के प्रति लगाव और पशुपालन का हुनर उन्होने अपने पिता यशपाल सिंह चौधरी से सीखा है। उन्होंने ने यह भी बताया की 2019-20 का अवार्ड नही मिला है इस बार भी गोकुल अवार्ड के साथ दो लाख रुपये की चेक मिली है। दुग्ध उत्पादन में उत्तर प्रदेश मे प्रथम स्थान आने का श्रेय वह अपने स्वर्गीय पिता को देते है। श्री चौधरी ने बताया कि यदि किसान अपनी खेती के साथ साथ पशुपालन भी करे तो निश्चित ही स्वेत क्रांति आएगी। वहीं गोकुल पुरुष्कार से सम्मानित किए जाने की सूचना जैसे ही क्षेत्रवासियों को मिली तो उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया। लोगों के असीम प्यार को देख वरुण ने सभी का आभार व्यक्त किया है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ