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एसडीएम ने फर्जी निवास प्रमाण पत्र को निरस्त कर,कार्रवाई के दिए आदेश



आँगनबाड़ी कार्यकत्री ने कूटरचित प्रपत्र लगाकर पड़ोसी गांव का निवास बनवाकर करवा लिया था तबादला

सीडीपीओ ने डीपीओ को कार्रवाई के लिए लिखा पत्र

लेखपाल ने कहा आधार कार्ड को देखकर लगा दी थी रिपोर्ट

कमलेश

धौरहरा-खीरी:धौरहरा तहसील क्षेत्र के ब्लॉक ईसानगर में तैनात आंगनबाड़ी कार्यकत्री ने दूसरे गांव से फर्जी कागजात लगाकर तहसील से निवास प्रमाण जारी करवाकर अपने मूल गांव से इतर दूसरे गांव में खाली पड़े पद पर स्थानांतरण करवा लिया था। मामले की जानकारी होने पर ग्रामीणों के साथ दोनों गावों के प्रधानों ने एसडीएम सहित उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत कर कार्रवाई की मांग की जिसको गंभीरता से लेते हुए एसडीएम ने जांचोपरांत शिकायत सही पाए जाने के बाद निवास प्रमाण पत्र को निरस्त कर सीडीपीओ ईसानगर को कार्रवाई के आदेश दिए है। वही सीडीपीओ ने आंगनबाड़ी कार्यकत्री पर कार्रवाई के लिए डीपीओ को पत्र लिखकर भेज दिया है जिसके बाद आंगनबाड़ी कार्यकत्री के परिवार में खलभली मची हुई है।


ईसानगर क्षेत्र के दिलावलपुर गांव में पूर्व में तैनात आंगनबाड़ी कार्यकत्री पूनम देवी ने करीब एक वर्ष पहले कूटरचित प्रपत्र लगाकर तहसील से पड़ोसी गांव समैसा का निवास बनवाकर वही रिक्त पड़े आंगनबाड़ी के पद पर विभाग की सांठगांठ से अपना स्थानांतरण करवा लिया जिसकी वजह से दिलावलपुर में आँगनबाड़ी का पद रिक्त हो गया था। जिसकी भनक लगते ही दिलावलपुर निवासी श्यामकिशोर मौर्य समेत दोनों गावों के ग्राम प्रधान व अन्य ग्रामीणों इसकी एसडीएम धौरहरा सहित जनपद समेत प्रदेश के उच्च अधिकारियों से कर दी। जिसको गंभीरता से लेते एसडीएम राजेश कुमार ने जांच टीम गठित कर   निवास प्रमाण पत्र की बारीकी से जांच करवाई तो वह फर्जीवाड़ा कर बनवाया गया मिला। जिसको लेकर एसडीएम ने तत्काल प्रभाव आंगनबाड़ी कार्यकत्री का समैसा गांव से बना निवास निरस्त करते हुए सीडीपीओ प्रियंका कुमारी को कार्रवाई करने के निर्देश दिए तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ती समेत उसके परिवार में खलभली मच गई। वही मामले को लेकर जब ईसानगर सीडीपीओ प्रियंका कुमारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री पूनम देवी पर कार्रवाई के लिए उन्होंने डीपीओ को पत्र लिखकर भेज दिया है। वही निवास प्रमाण पत्र के सम्बंध में तत्कालीन लेखपाल पुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि आधारकार्ड के अनुसार उन्होंने अपनी रिपोर्ट लगा दी थी,जांच में आधार भी फर्जी मिला जिसकी वजह से निवास प्रमाण पत्र उच्च अधिकारियों ने निरस्त कर कार्रवाई के आदेश दिए है।

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