उत्तर प्रदेश के जौनपुर में एंटी करप्शन टीम ने उप निरीक्षक को 10 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों की रफ्तार कर लिया है। एंटी करप्शन टीम बुधवार को गिरफ्तार किए गए उप निरीक्षक को भ्रष्टाचार निवारण अदालत में पेश करेगी।
मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को तेली बाजार पुलिस स्टेशन में तैनात उप निरीक्षक हैदर अली को एंटी करप्शन टीम ने 10 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। टीम उप निरीक्षक को गिरफ्तार करने के बाद बदलापुर पुलिस स्टेशन पहुंची जहां अन्य विधि करवाई करने में जुटी हुई है।
दरअसल दरोगा हैदर अली ने जेसीबी मालिक से 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी, तब जेसीबी मालिक ने एंटी करप्शन टीम को मामले से अवगत कराया था। तेली बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत बरियार गांव के रहने वाले जेसीबी मालिक ने आरोप लगाते हुए कहा कि दरोगा हैदर अली ने धमकी दी है कि दस हजार रुपए दे करके अपनी जेसीबी छुड़ा लो नहीं तो, जेसीबी जब्त कर दूंगा।
पीड़ित आशुतोष यादव के शिकायत को एंटी करप्शन टीम के नीरज सिंह ने गंभीरता से लेते हुए योजनाबद्ध तरीके से रिश्वत देने के लिए जाल बिछाया। एंटी करप्शन टीम के बताए गए तरीके से पीड़ित ने दरोगा को कंघी चौराहे के पास 10 हजार रुपए बतौर रिश्वत दिया। रिश्वत लेते ही एंटी करप्शन टीम के सदस्यों ने दरोगा को रंगे हाथों धर दबोचा। बताया जाता है कि एंटी करप्शन टीम से बचने के लिए दरोगा ने जोर आजमाइश की, लेकिन टीम की पकड़ के आगे दरोगा के प्रयास असफल साबित रहे। दरोगा को गिरफ्तार कर एंटी करप्शन टीम बदलापुर पुलिस ले आई, विधिक कार्रवाई के उपरांत बुधवार को भ्रष्टाचार निवारण अदालत में पेश किया जाएगा।
मामले में पीड़ित ने बताया कि आरोपी दरोगा ने उसकी जेसीबी छोड़ने के लिए 10000 रुपए की मांग की थी। तब उसने वाराणसी के भ्रष्टाचार निवारण संगठन टीम से मिलकर रिश्वत मांगने की बात से अवगत कराया था। निरीक्षक नीरज सिंह की टीम बनारस से जौनपुर आई थी, तेली बाजार पुलिस में तैनात हैदर अली को 10 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हो गए हैं।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ