अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर में 7 अगस्त को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज, बलरामपुर में ‘रवीन्द्रनाथ टैगोर जी का पुण्यतिथि‘ मनाया गया। जिसमें सर्वप्रथम विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी एवं उप प्रधानाचार्या प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, राघवेन्द्र त्रिपाठी ने रवीन्द्रनाथ टैगोर के चित्र पर माल्यापर्ण करके पुष्प अर्पित किया।
तत्पश्चात विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि भारत के राष्ट्रगान ‘जन गण मन‘ और बांग्लादेश के राष्ट्रगान ‘अमर सोनार बांग्ला‘ की रचना करने वाले रवीन्द्रनाथ टैगोर को एक बेमिसाल और महान क्रांतकारी माना जाता है। एक महान बांग्ला कवि, गीतकार, संगीतकार, कहानीकार, नाटककार, चित्रकार, रचनाकार और निबंध लेखक के तौर पर मशहूर रवीन्द्रनाथ टैगोर का निधन 7 अगस्त 191 को हुआ था और आज उनकी पुण्यतिथि है। रवीन्द्रनाथ टैगोर का जन्म 7 मई 1861 को पश्चिम बंगाल के कलकत्ता में हुआ था। कहा जाता है कि कबीगुरू और गुरूदेव जैसे नामों से मशहूर रवीन्द्रनाथ टैगोर ने 8 साल की उम्र में अपनी पहली कविता लिखी थी, जबकि 16 साल की उम्र में उनकी पहली लघुकथा प्रकाशित हुई थी। नोबेल पुरस्कार विजेता और देश के महान कवि रवीन्द्रनाथ टैगोर ने जलियावाला बाग हत्याकांड का विरोध जताते हुए नाइट हुड की उपाधि लौटा दी थी। अपनी लेखनी से लोगों के दिलों मे आजादी की लड़ाई के लिए क्रांति की अलख जगाने वाले रवीन्द्रनाथ टैगोर को आज पूरा देश याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। स्कूल एण्ड कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा भाषण एवं कला का आयोजन किया गया जिसमें भाषण के अन्तर्गत रत्नप्रिया, अनुष्का, सौम्या, रिया, मेधावी, मरियम, मानवी, श्रेया, आस्था, सिदरा, प्रार्थना, अभ्युदय, श्रेष्ठ, आदित्य, अंशुमान, वर्णित, कृष्णा, पलक, अविशी आदि छात्र छात्राओं ने रवीन्द्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि पर अपना-अपना विचार व्यक्त किया। कला के अन्तर्गत साहवी, सिफा, विराट, आदित्य, श्लोक, दक्षेस, शशांक, इकरा, जानवी, मिसिका, काव्या, अर्थव, आलिया ने रवीन्द्रनाथ टैगोर का बहुत मनमोहक चित्र बनाकर अपनी कला का प्रदर्शन किया। अंत में प्रबन्ध निदेशक नें भाषण एवं कला में प्रतिभाग करने वाले छात्र-छात्राओं की प्रशंसा करते हुए सभी बच्चों का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर विद्यालय के उप प्रधानाचार्या शिखा पाण्डेय, सहित समस्त अध्यापक अध्यापिकाओं ने मिलकर ‘रवीन्द्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि‘ को मनाया।
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