अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर में 9 अगस्त को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज, बलरामपुर में ‘‘नाग पंचमी‘‘ का पर्व मनाया गया। जिसमें सर्वप्रथम विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी एवं उप प्रधानाचार्या शिखा पाण्डेय ने भगवान शंकर के चित्र पर माल्यापर्ण किया तथा द्धीप प्रज्जवलित करके आरती उतारा। प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने बताया कि नाग पंचमी भारतीय संस्कृति में एक प्रमुख और प्रसिद्ध त्येहार है, जो हर साल श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और सर्प देवता की पूजा की जाती है। नाग पंचमी को विशेष भक्ति भाव से देवता के साथी सर्प नागों के आशीर्वाद का उत्सव माना जाता है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, नाग पंचमी का महत्व बहुत अधिक है। एक कथा के अनुसार, भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय ने ब्रह्मा जी से पूछा कि सर्वोत्तम व्रत कौन सा है जो सर्प नागों को भी प्रसन्न कर सके, तब ब्रह्मा जी ने नाग पंचमी का व्रत करने की विधि और महत्व बताया और कहा कि इससे सर्प नागों के आशीर्वाद प्राप्त होता है। नाग पंचमी के दिन लोग सर्प मूतियों को दूध, दूधी, फूल और चावल से पूजते है। नागराजा को सर्प मूर्ति के रूप में भी पूजा जाता है। विशेष रूप से राजस्थान, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और बिहार में यह त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। नाग पंचमी को मनाने से लोगों को आपसी सम्बन्धों को मजबूत करनें, संस्कृति और परंपरा के प्रति आदर और समर्थन करने, और प्राकृति संरक्षण के महत्व को समझाने में मदद मिलती है। यह त्योहार धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है और लोग इसे आनंद से मनाते है। नाग पंचमी का उत्सव परिवार और समूहो के बीच एकता का प्रतीक भी है जो लोगों को सकारात्मक प्रेरणा प्रदान करता है । स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा बहुत सुन्दर-सुन्दर हस्त कौशल कला में गुड़िया, झंडी, नाग बनाया गया । इस कार्यक्रम में मोहनी, प्रज्ञा, आशी, अदिती, आकांक्षा, शिफा, सिदरा, वेदांसी, काव्या, हलाता, आराध्या, ऋतुविजा, श्रेया, उपासना, आरोही, रत्नप्रिया, अनुष्का, मानवी, विराट, शान्तनु, सूर्यांश, दक्षेस, सिद्धार्थ, निकुंज, दिव्यांश, आरव, दैविक, सक्षम, सिद्ध, अयांश, अभिषेक, आराध्या, तुलसी, अभिद्धा, सिविका, देवांशी, प्रिसा, इलमा, सुधा, साविक, अर्जुन, आकृति, सर्वग्य, जयश, शास्वत, नक्श, मानस, अभीक ने विद्यालय के आडोटोरियम में आपस में एक-दूसरे को मिठाई खिलाई तथा रंग-बिरंगी झंडियाँ एवं गुड़िया लाकर विद्यालय के प्रांगण में संगीत के साथ गुड़िया पीटा तथा परम्परा के अनुसार नागपंचमी का त्योहार धूमधाम से मनाया। अंत में प्रबन्ध निदेशक नें बच्चों द्वारा बनाये गये सुन्दर-सुन्दर हस्त कौशल कला को देखकर समस्त छात्र छात्राओं की प्रशंसा करते हुए बच्चों का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर विद्यालय के उप प्रधानाचार्या प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, राघवेन्द्र त्रिपाठी सहित समस्त अध्यापक अध्यापिकाओं ने मिलकर ‘‘नाग पंचमी‘‘ पर्व को उत्साह पूर्वक मनाया।
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