अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय पर भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि के अवसर पर "श्रद्धांजलि सभा" का आयोजन एम.एल.के. कालेज के सभागार में उनकी पौत्री अंजली मिश्रा द्वारा आयोजित किया गया। यह वर्ष अटल जी का जन्म शताब्दी वर्ष रहा है। ऐसे में उनके विचारों की पुनर्स्थापना अत्यन्त आवश्यक हो जाता है। वर्तमान राजनैतिक परिदृश्य में उनके द्वारा स्थापित किए गए मूल्यों व त्याग का भी स्मरण किया जाना महत्पूर्ण है।
16 अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के पुण्यतिथि अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम का दीप प्रज्वलन मुख्य अतिथि पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह, पूर्व मंत्री हनुमंत सिंह, संघ के विभाग संघचालक सौम्य अग्रवाल, आयोजक अंजली मिश्रा, सदर विधायक पल्टू राम तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ला व अन्य पदाधिकारियों द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि "आज अगर बलरामपुर तथा गोण्डा का अस्तित्व है तो वह अटल जी की देन है। उन्होंने मायावती के समय में गोंडा जनपद का नाम बदलने वाले घटना का जिक्र करते हुए कहा कि, अटल जी ने तत्काल मुख्यमंत्री मायावती को फोन करके उन्हें नाम बदलने से मना किया। उन्होंने आयोजक अंजली मिश्रा को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह श्रद्धांजलि सभा प्रति वर्ष और बड़े पैमाने पर करने की आवश्यकता है। हम सभी को अपने आप को अटल जी जोड़ना अनिवार्य है नहीं तो हमारा अस्तित्व भी खतरे में आ सकता है।
पूर्व मंत्री हनुमंत सिंह ने अपने संस्मरणों को भी साझा किया। कहा कि "उनके जैसा राष्ट्र पुरुष अब हम सभी को कभी नहीं मिलेगा। वो प्रधानमंत्री रहते हुए भी अत्यंत सरल थे। उनके लिए राष्ट्र सर्वोपरि का सिद्धान्त महत्पूर्ण था। आज भारतीय जनता पार्टी का जो विराट स्वरूप हम सभी के सामने है उसमें अटल जी की कार्ययोजना नींव का पत्थर बनकर आगे आयी है। सदर विधायक पल्टूराम ने कहा कि "अटल जी के जीवन में बलरामपुर का महत्व हमेशा बना रहा। यहां की जनता में अटल जी के प्रति अपार सम्मान है। आज भले ही अटल जी प्रत्यक्ष रूप से हम सभी मध्य में ना हों लेकिन उनके विचार, उनका त्याग हम सभी के सामने है। हमें आवश्यकता है कि आज उनके पुण्यतिथि के अवसर पर उनके कृतित्व को याद कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करें।
धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम आयोजक अंजली मिश्रा ने कहा कि "आज बाबा की कर्मभूमि पर यह श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ जो मुझे भावुक करता है। बाबा के सहयोगियों के साथ जब मैं यह कार्यक्रम करती हूं तो मुझे ऊर्जा मिलती है तथा अपने कर्तव्यों को पूर्ण करने का आभास भी होता है। बाबा के कुछ सपने जो बलरामपुर में उनके रहते नहीं हो पाए, उनको पूर्ण करने का मेरा प्रयास जारी रहेगा। मैं अपने बलरामपुर की जनता के प्रति सदैव कृतज्ञ रहूंगी। उन्होंने कहा कि 1957 में जब पूरे देश में काँग्रेस की आँधी चल रही थी उस समय बलरामपुर की पावन धरा पर यहां के लोगों ने सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण का पहला बीज बोया।
कार्यक्रम में जिला प्रचारक जितेन्द्र, जिला कार्यवाह किरीट मणि, एम एल सी अवधेश सिंह मंजू, जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष गोंडा घनश्याम मिश्रा व बलरामपुर श्याम मनोहर तिवारी, तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ला, पूर्व जिलाध्यक्ष चन्द्र प्रकाश सिंह गुड्डू, शंकर दयाल पाण्डेय, प्राचार्य प्रो जे पी पाण्डेय, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष परमजीत सिंह, अजय सिंह पिंकू, डी पी सिंह बैस, ब्लॉक प्रमुख प्रवीण सिंह विक्की, गोविन्द सोनकर, हेमंत जायसवाल, बृजेन्द्र तिवारी, सहयोगी शिव प्रसाद द्विवेदी, अंबुज तिवारी, विवेक सिंह, रितेश सिंह, अंबुज भार्गव, पंकज तिवारी, शिवांश शुक्ल, राजन मिश्र सहित तमाम पदाधिकारी, कार्यकर्ता तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
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