अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के कोतवाली देहात क्षेत्र में अजबनगर गांव के पास दो बोरों में मिली अज्ञात महिला की सर कटी लाश के सनसनी खेज घटना का पुलिस ने बुधवार को खुलासा करते हुए हत्यारे पति को गिरफ्तार कर लिया है । घटना में प्रयुक्त हथियारों को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है । आरोपी हत्यारे पति ने बताया कि हत्या करने तथा लाश को ठिकाने लगाने का तरीका उसने बॉलीवुड फिल्म देखकर सीखा था ।
पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने 28 अगस्त को प्रेस वार्ता में बताया कि 06 अगस्त को डायल-112 की पीआरवी-5453 द्वारा थाना को देहात जनपद पर सूचना दिया कि, ग्राम अजबनगर से कम्हरिहवा जाने वाली सड़क के किनारे दो बोरे में शव है जिसको खोलकर देखा गया तो शव मानव का पाया गया। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट से महिला का शव होने की पुष्टि हुई। घटना के संबंध में थाना को देहात पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया। इस सनसनी खेज घटना के सफल अवानरण हेतु पुलिस अधीक्षक विकास कुमार के नेतृत्व में व अपर पुलिस अधीक्षक (द) नम्रिता श्रीवास्तव के सह नेतृत्व व क्षेत्राधिकारी नगर बृजनन्दन राय के पर्यवेक्षण में एसआईटी टीम का गठन किया गया था । साथ ही मुख्य विवेचक प्रभारी निरी० थाना कोतवाली देहात दुर्गेश कुमार सिंह व सह विवेचक निरीक्षक सत्येंद्र बहादुर सिंह प्रभारी स्वाट टीम व उ0नि0 आशीष कुमार सिंह नियुक्त किए गए। इसके अतिरिक्त थाना कोतवाली देहात सर्विलांस, साइबर व स्वाट की अलग-अलग टीमें गठित की गई थी। टीमों द्वारा घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज अज्ञात महिला के शव की शिनाख्त व आसपास के 15 जनपदों में अब तक दर्ज करीब 500 गुमशुदा महिलाओं की गुमशुदगी की जांच कर व उनके परिजनों से बातचीत कर शव के शिनाख्त का प्रयास किया गया। बलरामपुर से गोंडा अयोध्या बाराबंकी लखनऊ तक के करीब 300 किलोमीटर तक के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। घटनास्थल के सबसे निकट अगरहवा चौराहे पर लगे सीसीटीवी फुटेज के अवलोकन से दिनाँक 06 अगस्त 2024 को प्रातः एक संदिग्ध व्यक्ति मोटरसाईकिल पर पीछे सफेद बोरी बांधा हुआ तथा आगे दाहिनी तरफ लेग्गार्ड में बड़े झोले में एक सफेद बोरी रखे ले जाता दिखाई दिया। इस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदिग्ध मोटरसाइकिल व व्यक्ति को ट्रेस किया गया और वहां से बलरामपुर-गोंडा मार्ग होते हुए इटियाथोक सुभागपुर- अग्रसेन चौराहा तक संदिग्ध मोटरसाइकिल को टीम द्वारा ट्रेस किया गया। इसी दौरान सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध व्यक्ति मोटरसाइकिल का नंबर प्राप्त हुआ, जिसे ट्रेस करने पर जानकारी प्राप्त हुई कि मोटरसाइकिल शंकर दयाल गुप्ता पुत्र राधेश्याम गुप्ता निवासी 260 रानी बाजार बड़गांव थाना को० नगर गोण्डा के नाम पाई गई। संदिग्ध मोटरसाइकिल स्वामी के घर पर जांच की गई तो ताला लगा मिला व आसपास के लोगों द्वारा यह बताया गया कि वाहन स्वामी उस घर में अपनी पत्नी व बेटे के साथ रहता है और कई दिनों से ताला लगा है व घर से बदबू आ रही है। इस जानकारी के बाद सन्दिग्ध वाहन स्वामी की तलाश की गई, और कल दिनांक 27 अगस्त को गठित टीम द्वारा उसको रेलवे स्टेशन गोण्डा से हिरासत मे लेकर गहनता से पूछताछ की गयी । आरोपी की निशादेही पर घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल लोहे की आरी, चापर, हेक्सा ब्लेड (आरी ब्लेड), इलेक्ट्रानिक कटर मशीन व अन्य सामान उसके घर से बरामद किया गया। मुकदमा में धारा 4/25 आर्म्स एक्ट की वृद्धि की गयी । उसी की निशानदेही पर संयुक्त पार्किंग में खड़ी मोटरसाईकिल व इटियाथोक बाजार के पास से मृतका का मोबाईल भी बरामद कर लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्त शंकर दयाल गुप्ता से गहन पूंछताछ करने पर बताया कि उसकी अपनी पत्नी गुड़िया पांडे उर्फ नीतू पांडे से 2023 में विवाह हुआ था। विवाह के बाद से ही आपस में विवाद हो रहा था, जिसके कारण दिनांक 30 जुलाई 2024 को उसने उसे मारने का इरादा बना लिया था और दिनांक 1 अगस्त 2024 को उसने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। 03 अगस्त को शव के टुकड़े कर उसको छिपाने के उद्देश्य से दो बोरी में भर कर पुराने सरयू नदी पुल जनपद अयोध्या में फेकने की बात बतायी । 06 अगस्त को दो बोरी में शव के टुकड़े को ग्राम अजबनगर से कम्हरिहवा जाने वाली सड़क के किनारे तथा दिनाँक 07 अगस्त को दो बोरी में शेष शव के टुकड़ों को जनपद अयोध्या में बने नये पुल से सरयू नदी में फेकनें की बात बताया । साथ ही मोटरसाईकिल संयुक्त पार्किंग रेलवे स्टेशन जनपद गोण्डा में दिनाँक 08 अगस्त को रात्रि 22.00 बजे रखकर जनपद लखनऊ भाग गया। वहीं छिपकर रह रहा था। गिरफ्तारी कर्ता टीम में थाना को० देहात पुलिस टीम के प्र0नि0 दुर्गेश कुमार सिंह, उप नि0 नीरज कुमार सिंह, उप नि0 आशीष कुमार सिंह, का0 धन्नू प्रसाद, का0 देवेन्द्र यादव, का० दिलीप गुप्ता, का0 जगदीश भारती, म0का0 सोनम कुमारी, स्वाट टीम के निरीक्षक सत्येन्द्र बहादुर सिंह (प्रभारी स्वाट), उ0नि0 ब्रजभूषण यादव, उ0नि0 खादिम सज्जाद व का0 सुशील कुमार सिंह तथा सर्विलांस टीम के हे0का देवेन्द्र कुमार सिंह, हे0का0 श्याम नारायण, का० अखिलेश कुमार, का० श्याम जी, का0 शिवसागर व का0 अंकित कुमार तथा साइबर सेल टीम के का0 विकास कुमार व का0 अनिल कुमार शामिल थे ।पुलिस अधीक्षक ने उक्त सनसनी खेज घटना के सफल अनावरण व अभियुक्त को गिरफ्तार करने वाली टीम को 25000रु नकद पुरुस्कार से पुरुस्कृत किया । साथ ही टीम के लिए बड़े इनाम हेतु शासन को संस्तुति भेजने की बात कही है ।
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