अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल और कॉलेज में शनिवार को अभिभावक शिक्षक गोष्ठी का आयोजन किया गया ।
03 अगस्त को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में ‘अभिभावकों एवं अध्यापक अध्यापिकाओं की गोष्ठी‘ विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डॉ0 एम0पी0 तिवारी के नेतृत्व में सम्पन्न हुआ। प्रबन्ध निदेशक ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण करके द्धीप प्रज्जवलित किया। तत्पश्चात् आये हुए सभी सम्मानित अभिभावकों को बताया कि पीटीएम के जरिए आप अपने बच्चे की कमजोरी को जानकर उसे दूर करने की कोशिश कर सकते है। कुछ बच्चे अपने असफलता पर गुस्सा हो जाते है। ऐसे में अध्यापक से इस बारे में जरूर बात करे कि कक्षा मे कम अंक आने या फिर खेल मे हार जाने के बाद आपका बच्चा कैसा व्यवहार करता है? जिससे कि उसे सही तरीके से सही रास्ते पर लाया जा सके। कुछ अभिभावक को लगता है कि उनका बच्चा तो स्कूल में बहुत अच्छा कर रहा है, तो उन्हें पीटीएम में जाने की क्या जरूरत है? लेकिन आपके बच्चे के विकास से जुड़़ी कुछ बातें तो स्कूल जाने पर ही पता चलती है, इसलिए आपको अपने बच्चे की हर सफलताओं को जानने के लिए पीटीएम मे जाना चाहिए।
दरअसल, अभिभावक और अध्यापक के आपस में बातचीत का मुख्य मकसद बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना होता है। उसके व्यक्तित्व से जुड़ी बातों को एक-दूसरे से आपसी बातचीत करना और उसकी कमियों को जानना भी है। गोष्ठी‘ के अवसर पर सर्वप्रथम सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतियोगिता के अन्तर्गत कक्षा-नर्सरी से कक्षा-यू0के0जी0 के नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा बेबी शो का कार्यक्रम प्रस्तुत हुआ जिसमें सानवी, श्राविका, आराध्या, अर्नव, अंश, आकृति, रूद्र प्रताप, सौर्य, आयूशी, कार्तिक, श्रुतिका, सबीह, आरायना दिव्यांश एवं अनन्या ने प्रतिभाग किया। जिसमें आरायना ने प्रथम स्थान, दिव्यांश ने द्धितीय स्थान तथा सानवी तथा सौर्य ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी क्रम में जंगल थीम पर आधारित एक लघु नाटिका की प्रस्तुति हुयी जिसमें आदर्श-शेर, मिसिका-चूहा, प्रशांत-शिकारी-दैविक, अहतिशाम, शहजान, प्रखर-भालू, सानवी एवं आँचल-पेड़, अनघा, प्रेणा-फूल, सैयद हलाता, अयांश एवं काव्या ने कहानी की वक्ता का बहुत मनमोहक दृश्य प्रस्तुत किया जिसे देखकर आये हुए सभी अभिभावको की तालियों की गडगडाहट से पूरा हाल गूँज उठा तथा सभी बच्चों को अभिभावको ने उत्साहवर्धन किया। विद्यालय की प्रधानाचार्या शिखा पाण्डेय के नेतृत्व में कक्षा-नर्सरी से कक्षा-5 के अपने-अपने कक्षा अध्यापक अध्यापिकाओं द्वारा आये हुए छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को उनके बच्चों के कक्षा कार्य, गृहकार्य कक्षा मे उपस्थिति एवं क्लास टेस्ट की परीक्षा के परीक्षाफल तथा उनके प्राप्तांको को दिखाकर उनके बारे में विस्तृत रूप से बताया एवं दिखाया गया। जिसे जानकर अभिभावकों के मन में अपने-अपने बच्चों के प्रति जागरूकता प्राप्त हुयी। ताकि उन्हे आने वाले अर्धवार्षिक परीक्षा के लिए पूरा ध्यान देकर परीक्षा दिलायें जिससे उनका परीक्षाफल एवं भविष्य आने वाले समय में उज्ज्वल हो सके। जिन बच्चों का परीक्षाफल में कम नंबर आया है उनके कक्षा अध्यापक/अध्यापिकाओं ने अभिभावको से बताया कि आपके बच्चों के विद्यालय में विशेष रूप से शिक्षा देने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि वे रूक कर अपने-अपने प्रत्येक विषय के कमियों को दूर कर सके। प्रबन्ध निदेशक के नेतृत्व में कक्षा- 6 से कक्षा-12 के अपने-अपने कक्षा अध्यापक अध्यापिकाओं द्वारा आये हुए छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को कक्षा कार्य, गृहकार्य, कक्षा मे उपस्थिति एवं क्लास टेस्ट की परीक्षा के परीक्षाफल तथा उनके प्राप्तांको को दिखाकर उनके बारे में विस्तृत रूप से बताया एवं दिखाया गया। कक्षा-9 से 12 तक के छात्र-छात्राओं के अभिभावकों से विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक ने स्वंय कक्षा अध्यापक/अध्यापिकाओं द्वारा मिल करके उनके बच्चों के बारे में पूर्ण से जानकारी दी एवं अभिभावकों से बताया कि जो छात्र-छात्रायें विगत परीक्षा में उचित प्राप्तांक नही कर पायें है उनके लिए विद्यालय मे अध्यापकों के द्वारा अलग से उन्हें रोककर शिक्षा देने एवं उनके कमियों को दूर करने की कोशिश करेंगे जिससे वह आने वाले परीक्षा अधिक से अधिक अंक लाकर अपना भविष्य उज्जवल करें। इसके लिए इसमें आप सभी अभिभावकों का सहयोग अति आवश्यक है। तभी हम आपके बच्चों का भविष्य सुधार सकते है। यह जानकर सभी छात्र-छात्राओं के अभिभावक अत्यन्त प्रभावित हुए और उन्होनें आश्वासन दिया कि मेरा पाल्य/पाल्या प्रतिदिन विद्यालय में उपस्थित रहेंगे। कोई अति आवश्यक कार्य पड़ने पर हम सब आपको अविलम्ब सूचित करेंगे। प्रबन्ध निदेशक ने सभी छात्र-छात्राओं के अभिभावकों को अपना अमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद दिया। अभिभावकों ने भी विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक के इस गोष्ठी की सराहना की तथा उनके इस कदम को सराहा। अंत में सभी अध्यापक अध्यापिकाओं की सभा बुलाई जिसमें सभी से छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के समस्याओं के बारें मे जानकारी ली तथा उन समस्याओं को हल करने के बारे में बताया। इस अवसर पर उप प्रधानाचार्या शिखा पाण्डेय, राघवेन्द्र त्रिपाठी सहित समस्त अध्यापक अध्यापिकाएँ उपस्थित रहे।
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