अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर में भारत-पाकिस्तान विभाजन एक ऐसी त्रासदी है जिसका दर्द पीड़ितों को अभी भी तड़पाता है। बलरामपुर मुख्यालय पर रहने वाले दर्शन लाल गुलाटी विभाजन का दृश्य याद कर आज भी सिहर जाते हैं और रोने लगते है । ऐसे विस्थापित परिवारों को सम्मान प्रदान करने के लिए बुधवार को भारतीय जनता पार्टी द्वारा विभाजन की विधि का कार्यक्रम के माध्यम से सम्मानित किया गया एमएलके पीजी कॉलेज के ऑडिटोरियम हॉल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विभीषिका में विस्थापित दर्शन लाल गुलाटी को भाजपा जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंह, सदर विधायक पलटू राम, जिला पंचायत अध्यक्ष आरती तिवारी, एमएलके कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर जेपी पांडे व भाजपा के जिला प्रभारी राहुल राज रस्तोगी ने सम्मानित किया ।
14 अगस्त को सम्मानित होने के बाद दर्शन लाल गुलाटी ने बताया कि विभाजन के समय उनकी उम्र मात्र 14 साल थी । वह पाकिस्तान के गुजरांवाला से अपने माता-पिता के साथ किसी तरह जान बचाकर भारत पहुंचे थे । विभाजन का दंश झेल चुके दर्शन लाल गुलाटी विभाजन के समय पाकिस्तान से किसी जान बचाते बलरामपुर पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि गुजरांवाला में उनका व्यवसाय काफी बड़ा था और सब कुछ छोड़ उन्हें जान बचाने के लिए गुजरांवाला से अमृतसर एवं विभिन्न शहरों से होते हुए बलरामपुर पहुंचे थे।91वर्षीय दर्शन लाल गुलाटी बात करते ही रोने लगते हैं। श्रीमती गुलाटी ने बताया कि मार काट का और महिलाओं की दुर्दशा का दृश्य वह भूल नहीं पाती है। उन्होंने कहा कि भूखे रहकर काफी रातें उनके परिवार ने गुजरी है। हालांकि श्री गुलाटी वोट की राजनीति के लिए उस समय की तत्कालीन पार्टी को कश्मीर समस्या का जिम्मेदार मानते हैं।
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