गोंडा:आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर के कृषि प्रसार अधिकारियों एवं कर्मचारियों का एक दो दिवसीय मोटे अनाज उत्पादन तकनीक विषयक प्रशिक्षण संपन्न हुआ। नवागंतुक वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. एस.के.वर्मा कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. राम लखन सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक शस्य विज्ञान ने मोटे अनाजों की उत्पादन तकनीक के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जनपद गोंडा में ज्वार बाजरा कोदों सांवा रागी आदि मोटे अनाज की फसलों को किसान भाई अपना सकते हैं। मोटे अनाजों में धान गेहूं की तुलना में पोषक तत्वों की अधिक मात्रा पाई जाती है। बाजरा में लौह तत्व, रागी में कैल्शियम, सांवा में कैल्शियम, फास्फोरस व क्रूड फाइबर, कोदों में कैल्शियम व फास्फोरस की अधिकता है। उन्होंने मोटे अनाजों की उन्नतशील प्रजातियों, बीज शोधन एवं बीज उपचार, खरपतवार प्रबंधन आदि की जानकारी दी। डॉ. मनोज कुमार सिंह उद्यान वैज्ञानिक ने मोटे अनाजों की जैविक खेती, डा. हनुमान प्रसाद पांडेय मृदा वैज्ञानिक ने मोटे अनाजों में खाद एवं उर्वरक प्रबंधन, मोटे अनाजों की प्राकृतिक खेती आदि तथा डॉ. दिनेश कुमार पांडेय ने मोटे अनाजों की खेती में खेत की तैयारी, निराई- गुड़ाई आदि कार्यों हेतु उन्नतशील कृषि यंत्रों के प्रयोग की जानकारी दी। प्रशिक्षण में विकासखंड रूपईडीह, इटियाथोक, पंड़री कृपाल एवं कटरा बाजार विकासखंड के कृषि विभाग के ब्लॉक तकनीकी प्रबंधकों सतेन्द्र सिंह,आशीष सिंह व सत्य प्रकाश तिवारी, प्राविधिक सहायकों सुदीप कुमार,अखिलेश कुमार,अंकित कुमार व राजेश कुमार तथा सहायक तकनीकी प्रबंधकों शशिकान्त वर्मा, पंकज कुमार,अवनीश शुक्ला आदि ने प्रतिभाग कर मोटे अनाजों की उत्पादन तकनीक की विधिवत जानकारी प्राप्त की।
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