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मनकापुर के अधिवक्ताओं ने बैठक करके जताया आक्रोश, खोलेंगे पुलिस के खिलाफ मोर्चा



डी कुमार

 गोंडा। बार एसोसिएशन की बैठक में कोतवाल मनकापुर के खिलाफ हंगामेदार बैठक हुई। आम सभा की बैठक में अधिवक्ताओं ने अक्रोश जताते हुए कहा कि डीएम व एसपी से मिलकर कोतवाल मनकापुर के खिलाफ कार्यवाई की मांग करेगें तथा आरपार की लडाई लडी जायेगी। 

बताते चले कि धुसवा गांव में एक विवादित स्थल पर जिसमें उच्च न्यायालय से स्थगन आदेश पारित किया गया था। उक्त विवादित स्थल पर पीडित पक्षकारों ने एसडीएम से इस आशय की शिकायत किया कि अफवाहन जानकारी मिली है कि विवादित भूमि पर विपक्षी  सरोज देवी द्वारा  स्थगन के बावजूद छप्पर रखने का प्रयास किया जा रहा है। जिस पर एसडीएम यशवंत राव ने कोतवाल मनकापुर को  15जून 2024 को निर्देशित किया कि उच्च न्यायालय के आदेश के क्रम में विधिक रूप से आदेश का अनुपालन कराये।इसके बावजूद 26 जून 2024 को विवादित भूमि पर विपक्षी सरोजदेवी आदि ने जबरन छप्पर रख लिया। 




शिकायत के बावजूद छप्पर रख लेने की सूचना पर अधिवक्ताओं ने एसडीएम यशवंत राव से मिलकर स्थल निरीक्षण करने एवं विधिक कार्यवाई कराते हुए छप्पर हटवाने की मांग किया। यही नही राजस्व के लेखपाल व राजस्व निरीक्षक भी मौके पर पहले गये थे और अपनी आख्या पुलिस को सम्बोधित करते हुए उभय पक्षों को विवादित स्थल पर छप्पर रखने से मना कर दिया गया था। पीडित पक्ष व अधिवक्ताओं का आरोप है कि राजस्व टीम के मना करने के बावजूद उच्च न्यायालय के स्थगन आदेश के बावजूद पुलिस द्वारा संज्ञान न लेने तथा कोतवाल के मिली भगत से विवादित स्थल पर छप्पर रखा गया है। सबसे चौकाने वाले तथ्य है कि स्यंम एसडीएम यशवंत राव 30 जुलाई 2024 अर्थात बीते मंगलवार को राजस्व टीम के साथ मौके पर जाकर छप्पर हटाने के लिए कहा लेकिन महिलाओं ने एसडीएम के सामने ही विवाद करना शुरू कर दिया और सरोज नाम की महिला ने छप्पर हटाने से मना कर दिया। और मौके पर खडी पुलिस मौन साधे खडी रही। 

एसडीएम ने डीएम को भेजी रिपोर्टः

एसडीएम यशवंत राव ने बार एसोसिएशन के पत्र के क्रम में जो जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी नेहा शर्मा को भेजी है उसमें प्रथम दृष्टया यह स्पष्ट होता है कि विवादित भूमि पर उच्च न्यायालय के स्थगन के बावजूद कि उभय पक्ष छप्पर आदि नहीं रखेगें। किन्तु स्थानीय पुलिस द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया। यदि पुलिस द्वारा संज्ञान लिया गया होता तो विवादित स्थल पर छप्पर नहीं रखा जाता। 

अधिवक्ताओं में रोष:

अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष जगदीश प्रसाद तिवारी व महामंत्री अजय कुमार शुक्ल ने बताया कि आज 02 अगस्त को बार एसोसिएशन की आम सभा की बैठक में यह निर्णय लिया गया है उच्च न्यायालय के स्थगन आदेश के बावजूद कोतवाल मनकापुर की मिलीभगत से धुसवा गांव में विवादित भूमि पर छप्पर रखा गया है ।जिससे यह समास्या उत्पन्न हुई है। जिससे सभी अधिवक्तागण आक्रोशित है तथा यह निर्णय लिया गया है कि शनिवार को जिला स्तरीय सम्पूर्ण समाधान दिवस में आ रही डीएम नेहा शर्मा व पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल से मिलकर प्रकरण को संज्ञानित करते हुए कोतवाल के विरूद्ध कार्यवाई की मांग की जायेगी। 

एसडीएम बोलेः

एसडीएम यशवंत राय ने  बताया कि मौके पर जाने पर पता चला कि यह छप्पर पुलिस की मिलीभगत से रखा गया है जिससे यह समास्या उत्पन्न हुई है।

कोतवाल बोले

कोतवाल संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि लगाये गये आरोप निराधार है शांति व्यावस्था के लिए मैं एसडीएम के साथ धुसवा भारी फोर्स के साथ गया था।

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